पटना52 मिनट पहले
पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ इंडिया के युवा मोर्चा की राज्य शाखा ने मंगलवार को आपातकाल दिवस पर ‘आपातकाल: लोकतंत्र का विश्वासघात’ विषय पर एक सेमिनार का आयोजन किया। प्रतिभागियों ने आपातकाल पर अपने विचार व्यक्त किये और भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं उपप्रधानमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि कांग्रेस ने कई बार संविधान में बदलाव किया है. यहां तक कि इंदिरा गांधी ने संविधान में सेक्युलर शब्द तो जोड़ दिया लेकिन जम्मू-कश्मीर के लिए धारा 370 नहीं हटा सकीं. जम्मू-कश्मीर के लोग इसका इंतजार कर रहे थे. सरकार इस आदेश को पूरे देश में लागू भी नहीं कर पाई.
जब नरेंद्र मोदी सरकार सत्ता में आई तो धारा 370 हटा दी गई. सम्राट ने आगे कहा कि कल तक बिहार के नेता कहते थे कि अब राजघराने से कोई राजा पैदा नहीं होगा, लेकिन अब वे सिर्फ राजकुमार और राजकुमारियां पैदा करने में लगे हैं. आज आप जिन भी नेताओं को देखते हैं वे सभी जेपी आंदोलन की उपज हैं। बिहार में लोकतंत्र का अपमान तब हुआ जब मुख्यमंत्री को चारा घोटाले में जेल भेजा गया। राजकुमार ने राष्ट्रपति को भेजी बिल की कॉपी फाड़ दी, क्या यही लोकतंत्र है? अगर ‘युवराज’ राजनीति में आ गए तो लोकतंत्र को नहीं समझ पाएंगे. जब भाजपा सत्ता में आई तो उसने हमेशा आरक्षण का समर्थन किया। लेकिन कांग्रेस ने आजादी के बाद से ही आरक्षण का विरोध किया था. उन्होंने भाजयुमो कार्यकर्ताओं से 2025 के संसदीय चुनाव में 2010 के नतीजे दोहराने की अपील करते हुए कहा कि लाल परिवार को एक भी सीट जीतने नहीं देना चाहिए.
हमें वर्तमान को सुधारना चाहिए और भविष्य को याद रखना चाहिए
उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि यह आपातकाल आज इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गया है और हमें इस अतीत से वर्तमान को सुधारते हुए भविष्य में भी इसे याद रखना होगा. आपातकाल के दौरान न केवल लोगों के अधिकारों का दमन किया गया, बल्कि दहशत भी पैदा की गई।
लोगों को विसंक्रमित भी किया गया। संविधान बदल गया है. कांग्रेस ने पारिवारिक स्वामित्व स्थापित करने के लिए संविधान में संशोधन किया। मुख्य वक्ता आयोजन सचिव भीखू भाई दरसानिया ने बारी-बारी से आपातकालीन स्थिति के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि आपातकालीन स्थिति को अगली पीढ़ी तक पहुंचाया जाना चाहिए। कार्यक्रम की अध्यक्षता भाजयुमो प्रदेश अध्यक्ष बरतेंदु मिश्रा ने की. सेमिनार में मंत्री नितिन नवीन, भाजयुमो महासचिव सीमांत शेखर, शशि रंजन, नीरज नवीन समेत प्रदेश व जिले के सभी पदाधिकारी शामिल हुए.