आनंद मोहन और पप्पू यादव के बीच एक मुलाकात: बिहार की राजनीति में 1990 के दशक में बाहुबलियों का बोलबाला था. उस समय के दोनों नेता आज भी बिहार की राजनीति में महत्वपूर्ण स्थान रखते हैं। हम बात कर रहे हैं पूर्णिया सांसद राजेश रंजन (जिन्हें पप्पू यादव के नाम से भी जाना जाता है) और पूर्व सांसद आनंद मोहन की. दोनों की कई साल बाद शुक्रवार (27 सितंबर) को पूर्णिया में मुलाकात हुई. मुलाकात भी बहुत गर्मजोशी से हुई. दोनों नेता गले मिले और एक-दूसरे को वचन दिए। पुरानी यादें भी ताजा हो गईं.
आनंद मोहन ने पप्पू यादव के पिता को दी श्रद्धांजलि
दरअसल, शुक्रवार को पूर्व सांसद आनंद मोहन पूर्णिया सांसद पप्पू यादव के आवास पहुंचे और उनके दिवंगत पिता चंद्रनारायण प्रसाद को श्रद्धांजलि दी. इस दौरान आनंद मोहन ने अपने पिता की तस्वीर पर पुष्प अर्पित किये और कहा कि उनके पिता की मृत्यु समाज के लिए अपूरणीय क्षति है. आनंद मोहन ने कहा, ”चंद्रनारायण जी के साथ बिताए गए पल आज भी मेरे दिल में हैं। उनका जीवन हमेशा लोगों की सेवा और मदद के लिए समर्पित था। उनका निधन हमारे लिए व्यक्तिगत रूप से बहुत दुखद है।”
यह जानकारी देते हुए पप्पू यादव ने कहा कि आज पूर्व सांसद आनंद मोहन हमारे खुर्दा आवास पर आये. इस दौरान उन्होंने अपने पिता की तस्वीर पर फूल चढ़ाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी और आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की. इसके बाद हम दोनों ने साथ में लंच किया, जहां आनंद मोहन ने अपनी पुरानी यादें साझा कीं, अपने पिता के बारे में चर्चा की और उनकी यादें ताजा हो गईं. हम उनके प्रति अपनी गहरी कृतज्ञता और सम्मान व्यक्त करना चाहते हैं।
17 सितंबर को पप्पू यादव के पिता का निधन हो गया.
गौरतलब है कि 17 सितंबर को पूर्णिया सांसद पप्पू यादव के पिता का निधन हो गया था. इसके बाद से ही पप्पू यादव के घर पर सभी राजनीतिक दलों के नेताओं के आने का सिलसिला जारी है. लोग पप्पू यादव के घर पहुंचकर उनके पिता को श्रद्धांजलि दे रहे हैं और सांत्वना दे रहे हैं. 29 सितंबर को पूर्णिया के रणभूमि मैदान में पप्पू यादव के पिता की श्रद्धांजलि सभा आयोजित की जाएगी, जिसमें देशभर के राजनेता, आम लोग और खास लोग शामिल होंगे.
यह भी पढ़ें: बिहार समाचार: सुपौल हाई अलर्ट पर, कोसी नदी में टूटने वाला है 56 साल का रिकॉर्ड, तेज गति से हो रहा डिस्चार्ज