अल्मोडा. सोभन सिंह जीना परिसर में गुरुवार को तीन दिवसीय सुरम्य सांस्कृतिक महोत्सव शुरू हुआ। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में एसएसजे विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सतपाल सिंह बिष्ट, विशिष्ट अतिथि के रूप में परिषद के निवर्तमान अध्यक्ष प्रकाश चंद्र जोशी और एसएसजे विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति एवं साहित्य संकायाध्यक्ष प्रो. जगत सिंह बिष्ट ने भाग लिया अतिथि।
कुलपति व अन्य अतिथियों ने दीप जलाकर कार्यक्रम की शुरुआत की. संगीत विभाग के विद्यार्थियों द्वारा सरस्वती वंदना एवं स्वागत गीत गाए गए। हमने अपने मेहमानों के बैज सजाए और उन्हें प्रतीक चिन्ह भेंट किए।
महोत्सव के पहले दिन विभिन्न संकायों के कलाकारों की झांकियों ने दर्शकों का मन मोह लिया. युवाओं ने उत्तराखंड की संस्कृति को उजागर करती झांकी प्रस्तुत की। उन्होंने कुमाउनी जोधा और लोक नृत्य जैसे विभिन्न प्रदर्शनों से भी दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। विभागों के बीच आयोजित लोक नृत्य प्रतियोगिता में जोधा चांचरी की शानदार प्रस्तुति हुई।
कुलपति प्रोफेसर सतपाल सिंह बिष्ट ने कहा कि सांस्कृतिक महोत्सव का आयोजन मजेदार रहा। छात्रों को अपने सांस्कृतिक मूल्यों को समझना चाहिए और अपनी संस्कृति की रक्षा के लिए आगे आना चाहिए न कि अपनी जड़ों से दूर जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि संस्कृति हमारे लिए महत्वपूर्ण है और यह कई वर्षों का संचय है। आज हम इसी संस्कृति को जानने और समझने के लिए यहां आये हैं।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे परिसर निदेशक प्रो. प्रवीण सिंह बिष्ट ने कहा कि अल्मोड़ा नगर में सदैव सांस्कृतिक गतिविधियों को बढ़ावा दिया गया है। उन्होंने अल्मोडा के सांस्कृतिक इतिहास से परिचय कराया तथा सुलम्या के आयोजकों को बधाई दी।
विशिष्ट अतिथि श्री प्रकाश जोशी (पूर्व नगर परिषद अध्यक्ष) ने अल्मोडा नगर के सांस्कृतिक इतिहास एवं कला के क्षेत्र में सोभन सिंह घिना संकुल के कलाकारों की गतिविधियों पर संदेश दिया।
छात्र कल्याण विभाग के अधिष्ठाता प्रोफेसर शेखर चंद्र जोशी ने सभी अतिथियों का स्वागत किया और सुंदर सांस्कृतिक उत्सव के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान की। इसमें लोक संस्कृति पर प्रकाश डालने वाली प्रस्तुतियां होंगी।
रंगमंच कलाकार एवं साहित्यकार त्रिभुवन गिरि महाराज, अंकित ने लोक नृत्य की भूमिका निभाई, जबकि डॉ. रिजवाना सिद्दीकी और डॉ. संगीता पवार ने झांकी निर्णायक की भूमिका निभाई। इस कार्यक्रम का संचालन डॉ. संजीव आर्य एवं डॉ. नीलम द्वारा संयुक्त रूप से किया गया।
डीन दीपक, कला संकाय के डीन जगत सिंह बिष्ट, प्रो. रूबीना अमन, डॉ. संदीप कुमार, डॉ. कुसम्रता आर्य, डॉ. मनोज कुमार बिष्ट, डॉ. प्रज्ञा वर्मा, डॉ. विजय बल्लभ, डॉ. जोशी। डॉ. योगेश मैनाली एवं डॉ. पुष्पा वर्मा मौजूद रहे। कार्यक्रम में डॉ. विमल कंपल, श्री नितिन रावत, श्री प्रकाश भट्ट, श्री गुलाब राम, सांस्कृतिक सचिव किरण विश्वकर्मा, छात्र अध्यक्ष राहुल धामी, छात्रा उपाध्यक्ष दीक्षा सुयाल, युवाम-उपाध्यक्ष वोहरा, महासचिव अक्षत उपस्थित रहे। जोशी एवं सचिव गौरव ने भी भाग लिया। सतवाल, वित्त निदेशक हिमांशु रावत, छात्र महासंघ के अध्यक्ष वरुण कपकोटी, अमित बिष्ट, संजू सिंह, लोकेश स्पयाल, दीपेश कंपल, बाल विक्रम सिंह, नितिन रावत एवं सभी छात्र कल्याण अधिष्ठाता एवं अधिष्ठाता सभी समिति सदस्य, शिक्षक, गैर -परिसर के शिक्षण साथी और छात्र उपस्थित थे।