जागरण संवाददाता, मंडी : वर्तमान समय में अदालतों में मुकदमों की संख्या बढ़ती जा रही है। सिर्फ फैसला लिख देने से कोई मामला नहीं सुलझता, नई सोच पैदा करना जरूरी है। यह लोगों को लंबी प्रक्रियाओं से बचते हुए, आपसी चर्चा के माध्यम से विवादों को सुलझाने की भी अनुमति देता है। यह बात जिला एवं सत्र न्यायाधीश सीएल कोचर ने गुरुवार को जिला विधि कार्यालय मंडी की ओर से उपायुक्त कार्यालय के सभागार में गरीबी उन्मूलन योजनाओं के कार्यान्वयन पर आयोजित कानूनी जागरूकता शिविर के उद्घाटन अवसर पर कही। उन्होंने कहा कि लोगों की सुविधा के लिए समय-समय पर लोक अदालतों का भी आयोजन किया जा रहा है। राज्य एवं केंद्र सरकार के विभिन्न विभागों को गरीबों के उत्थान के लिए क्रियान्वित की जा रही योजनाओं का अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार करना चाहिए ताकि गरीबी उन्मूलन कार्यक्रमों एवं योजनाओं का लाभार्थियों को अधिक लाभ मिल सके।
शिविर में विभिन्न मंत्रालयों और बैंकिंग विभागों के अधिकारियों ने गरीबी उन्मूलन के लिए केंद्र और राज्य सरकार द्वारा चलायी जा रही योजनाओं की जानकारी दी. लीड बैंक अधिकारियों ने लोगों से कृषि के लिए किसान क्रेडिट कार्ड और महिलाओं के लिए कल्याणी कार्ड का अधिक से अधिक उपयोग करने का आग्रह किया। ग्रामीण विकास विभाग द्वारा महिलाओं के लिए सामाजिक सुरक्षा पेंशन तथा राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन तथा प्रधानमंत्री ग्राम आवास योजना एवं कल्याण विभाग द्वारा महिलाओं के लिए संचालित योजनाओं की विस्तृत जानकारी प्रदान की गई। जिला उपभोक्ता फोरम मंडी के अध्यक्ष प्रेंद्र वैद्य ने गरीबी उन्मूलन के लिए रखी गई जानकारी से अधिकतम लाभ उठाने और इन योजनाओं का संदेश प्रत्येक घर तक पहुंचाने पर जोर दिया। इस अवसर पर जिला विधिक प्राधिकरण के मुख्य सचिव संदीप सिंह सिहाग एवं अन्य सभी न्यायिक अधिकारी श्री टीआर राणा, श्री सीएलडीएम, श्री टीके शर्मा, श्री एफएलसी मंडी, श्री कुन्दन हजारी, तहसील कल्याण अधिकारी कला देवी, श्री एलएसईओ और अन्य लोग शामिल हुए।