स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। पाकिस्तान की सलीमा इम्तियाज ने आईसीसी अंपायरिंग पैनल में शामिल होकर इतिहास रच दिया है। वह आईसीसी अंतर्राष्ट्रीय विकास रेफरी पैनल में नियुक्त होने वाली पाकिस्तान की पहली महिला रेफरी हैं। पीसीबी ने एक्स हैंडल से इसकी पुष्टि की।
गौरतलब है कि इम्तियाज का अंपायरिंग सफर 2008 में शुरू हुआ जब वह पीसीबी के महिला अंपायर पैनल में शामिल हुईं। अंपायरिंग के प्रति उनका जुनून उनकी बेटी कायनात के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण के साथ और भी बढ़ गया। इम्तियाज की बेटी कायनात ने 2010 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ डेब्यू किया था। तब से, कायनात ने पाकिस्तान के लिए 40 मैच खेले हैं, जिसमें 19 वनडे और 21 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच शामिल हैं।
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जैसा कि हम आईसीसी अंतर्राष्ट्रीय विकास समिति में सलीमा इम्तियाज के पाकिस्तान की पहली महिला अंपायर बनने का जश्न मना रहे हैं, आइए इस माँ-बेटी की जोड़ी की यात्रा को याद करें 🗣️@kainatimtiaz16 pic.twitter.com/TfutvumFMH
– पाकिस्तान क्रिकेट (@TheRealPCB) 15 सितंबर 2024
पाकिस्तानी महिलाएँ एक प्रेरणा थीं
इम्तियाज ने एक बयान में कहा कि यह सिर्फ मेरी नहीं बल्कि पाकिस्तान की सभी महिला क्रिकेटरों और अंपायरों की जीत है। मुझे उम्मीद है कि मेरी सफलता उन अनगिनत महिलाओं को प्रेरित करेगी जो खेलों में सफल होने का सपना देखती हैं।
बड़े स्तर पर रेफरींग का लक्ष्य
सलीमा ने आगे कहा कि मेरा खुद का सपना अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपने देश का प्रतिनिधित्व करना था. मुझे एशियाई क्रिकेट परिषद में अवसर मिले हैं और उच्चतम स्तर पर अंपायरिंग करना हमेशा से मेरा लक्ष्य रहा है।