Social Manthan

Search

धर्मशाला में नेपाल और हिमाचल की संस्कृति की झलक, सांस्कृतिक कार्यक्रम “भागस” आयोजित



धर्मशाला में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में अतिथि के सम्मान में नृत्य करते कलाकार।

धर्मशाला में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम के दौरान अतिथियों के सम्मान में नृत्य करते कलाकार।
धर्मशाला में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम के दौरान अतिथियों के सम्मान में नृत्य करते कलाकार।
धर्मशाला में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में अतिथि के सम्मान में नृत्य करते कलाकार।
धर्मशाला में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम के दौरान अतिथियों के सम्मान में नृत्य करते कलाकार।
धर्मशाला में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम के दौरान अतिथियों के सम्मान में नृत्य करते कलाकार।
धर्मशाला में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम के दौरान अतिथियों के सम्मान में नृत्य करते कलाकार।
धर्मशाला में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में अतिथि के सम्मान में नृत्य करते कलाकार।

धर्मशाला, 28 अप्रैल (उदयपुर किरण). मास्टर मित्रसेन थापा साहित्य संगीत सभा भागसू धर्मशाला द्वारा रविवार को पीजी विश्वविद्यालय धर्मशाला के त्रिगर्त सभागार में सांस्कृतिक एवं शैक्षणिक आदान-प्रदान कार्यक्रम ‘भागसू’ का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में सिक्किम की पूर्व सांसद दिल कुमारी भंडारी शामिल हुईं. इसके अलावा नेपाल के विभिन्न सैन्य अधिकारी एवं पदाधिकारी, भारतीय सेना में कार्यरत पूर्व सैनिक एवं गोरखा समुदाय के लोग विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित थे.

इस सांस्कृतिक कार्यक्रम का उद्देश्य नेपाल और हिमाचल की संस्कृति के संरक्षण की दिशा में एक कदम आगे बढ़ाना था। इस दौरान, नेपाली सांस्कृतिक संगठन, हिमाली मिलन केंद्र द्वारा भगवान की पूजा के लिए कुमारी नृत्य का प्रदर्शन किया गया। इसके अलावा नेपाल, गोरखाली और हिमाचली समेत एक दर्जन से अधिक प्रस्तुतियों ने भी समां बांध दिया। इनमें हुडकेरी, मारुति, दर्शन सलाम, कोड़ा, मेयर तथा गोरखा पलटनों में भी सैन्य उत्साह दिखाई दे रहा था। अन्य संगीत जैसे हिमाचली गाने, तमांग और विचुई भी प्रस्तुत किए गए।

संस्कृति बचाने का बेहतरीन प्रयास : भंडारी

इस दौरान मुख्य अतिथि सिक्किम की पूर्व सांसद दिल कुमारी भंडारी ने कहा कि संस्कृति को बचाने के लिए किये जा रहे प्रयास बेहतरीन हैं. उन्होंने कहा कि संस्कृति को नई पहचान दिलाने में मास्टर मित्रसेन थापा, कैप्टन बहादुर सिंह बराल और कैप्टन राम सिंह ने अहम भूमिका निभाई। उन्होंने कहा कि शहीद मेजर दुर्गमोल-दार बहादुर ने देश की आजादी के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया। इस संदर्भ में, अब अगली पीढ़ी को इस तरह के कार्यक्रमों के माध्यम से संस्कृति को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभानी है।

इस दौरान नेपाल, देहरादून, सिक्किम, बकुरो, हिमाचल और अन्य क्षेत्रों से अधिकारी और गणमान्य लोग विशेष रूप से उपस्थित रहे और संगीत साहित्य सभा की ओर से सम्मान भी प्रदान किया गया। इस अवसर पर नेपाल, सिक्किम, देहरादून और हिमाचल के विभिन्न हिस्सों से बड़ी संख्या में नेपाली और गोरखाली समुदाय के सदस्यों ने भाग लिया।

मेमोरियल गोल्ड कप फुटबॉल सोमवार से शुरू हो रहा है

शहीद दुर्गमोल-दार बहादुर थापा मेमोरियल गोल्ड कप सॉकर टूर्नामेंट-2024 कल सोमवार से नेताजी सुभाष चंद्र बोस पुलिस ग्राउंड में शुरू होगा। प्रतियोगिता में सैन्य टीमें भी शामिल होंगी, जिनमें देश भर और पड़ोसी देश नेपाल की टीमें भी शामिल होंगी। शहीद दुर्गामोल बनाम दर बहादुर फुटबॉल टूर्नामेंट के उद्घाटन के लिए कांगड़ा के उपाध्यक्ष हेमराज भैरवा मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे।

(उदयपुर किरण)/सतेन्द्र

/चमकदार



Source link

संबंधित आलेख

Read the Next Article

बस्कर संवाददाता. दतिया: दतिया शहर में महिलाओं को घर-घर जाकर नलों से पानी का सैंपल लेने की जिम्मेदारी दी गई है. महिलाएं न केवल घर-घर जाकर नमूने एकत्र करती हैं बल्कि उन्हें प्रयोगशाला में भी जमा करती हैं। पानी का परीक्षण प्रयोगशाला में किया जाता है। खास बात यह है कि मैं , सरकार से … Read more

Read the Next Article

{“_id”:”6722a6d99503a821c804351d”,”स्लग”:”गोरखपुर-समाचार-बाइक-और-महिला-कंगन-चोरी-गोरखपुर-समाचार-c-7-gkp1038-732653-2024-10-31″,”प्रकार” :”कहानी”,”स्थिति”:”प्रकाशित”,”शीर्षक_एचएन”:”गोरखपुर समाचार: साइकिल और महिला का कंगन चोरी”,”श्रेणी”:{“शीर्षक”:”शहर और राज्य”,”शीर्षक_एचएन” :”शहर और राज्य”,”स्लग”:”शहर और राज्य”}} गोरखपुर. तीनों महिलाओं ने सिविल लाइंस इलाके में नए कंगन खरीदे और कार से वापस आकर महिलाओं के कंगन ले लिए और भाग गईं। तब उसे चोरी की जानकारी हुई। इसी बीच चोर ने बाइक भी चोरी कर ली. … Read more

Read the Next Article

बोल पानीपत, 30 अक्टूबर। हरियाणा महिला एवं बाल विकास विभाग विभिन्न क्षेत्रों में उपलब्धि हासिल करने वाली महिलाओं के लिए राज्य स्तरीय महिला पुरस्कारों के लिए आवेदन आमंत्रित करता है। महिलाएं इन पुरस्कारों के लिए 27 दिसंबर 2024 तक आवेदन कर सकती हैं।डीसी डॉ. वीरेंद्र कुमार दहिया ने कहा कि इस पुरस्कार को प्रदान करने … Read more

नवीनतम कहानियाँ​

Subscribe to our newsletter

We don’t spam!