चाईबासा. रविवार को जोहार कार्यालय चाईबासा में जनजातियों से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की गयी. इस चर्चा के लिए भूमि बचाओ समन्वय मंच कोल्हान (प्रमंडल के सभी सामाजिक संगठन) की ओर से एक बैठक बुलाई गयी. बैठक की अध्यक्षता पूर्व विधायक व बिहार कांग्रेस के पूर्व उपाध्यक्ष देवेन्द्र नाथ चांपिया ने की. बैठक का मुख्य उद्देश्य जनजाति से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करना था. बैठक में भूमि बचाओ समन्वय मंच कोल्हान के पूर्व विधायक एवं पूर्व उपाध्यक्ष श्री देवेन्द्र नाथ चाम्पिया, सुशील भल्ला, रमेश जेराई, बाम्या बारी, जयसिंह खुंटिया, हरीश उपस्थित थे। सभी प्रस्तावों को सर्वसम्मति से मंजूरी दे दी गई। भूमिजी, सुदर्शन भूमिजी, प्रोफेसर सोमनाथ पाधेय, संपूर्ण सब्या, कृष्णा लोहार, विक्रम बांद्रा, रायमुल बांद्रा, रेहंस समद, नारायण खांडेयान, एडविन बोदरा, सुरेश टप्पानो, मनोहर रोमगा, शांथिल, इजराइल बारजो और अन्य शामिल हुए। बैठक। यह जानकारी रमेश जेराई ने दी.
मुख्य एजेंडे को सर्वसम्मति से पारित किया गया।
1. भूमि बैंक नीति रद्द की जाये।
2. भूमि अधिग्रहण संशोधन अधिनियम 2018 को निरस्त किया जाये।
3. इच्छा करकुराई बांध को रद्द किया जाए.
4. ग्राम सभाओं की अनदेखी नहीं की जानी चाहिए.
5. पूर्वी सिंहभूम जिले में जनजातीय भाषा के शिक्षकों की नियुक्ति में भाषा की अनदेखी नहीं की जाये.
6. पेसा कानून अनिवार्य रूप से लागू किया जाये.
7. चित्रविला गांव में ग्राम सभा की सहमति के बिना सड़क की जमीन के अधिग्रहण का विरोध करें.
8. चाईबासा फ्लाईओवर के लिए बिना ग्रामसभा के जमीन अधिग्रहण का विरोध.
9. वन अधिकार अधिनियम, 2006 के तहत भूमिहीन आदिवासियों को वन पट्टा प्रदान करना।
10. सीएनटी एक्ट में संशोधन कर इसे पुलिस स्टेशनों से हटाकर पूरे राज्य में जमीन खरीद-बिक्री पर लागू किया जाये (इस पर प्रतिबंध लगे).
11. सबा और संसद के परिसीमन पर चर्चा.
12. सीएनटी और एसपीटी कानून जमीन में हस्तक्षेप करते हैं.
13. झारखंड औद्योगिक क्षेत्र विकास प्राधिकार अधिनियम में किये गये संशोधन को वापस लिया जाये.
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