कहौना\हरदोई। विधान परिषद सदस्य अशोक अग्रवाल ने संस्कृति एवं पर्यटन मंत्रालय को पत्र लिखकर कछौना विकास खंड के ग्राम सभा गौसगंज में स्थित पौराणिक मंदिर मां सितारा मंदिर के सौंदर्यीकरण एवं पुनरुद्धार की मांग की है। ट्रस्ट की टीम श्रीमती अंजू सिंह एवं श्रीमती रवीश कुमार सिंह लगातार मंदिर के पुनरुद्धार की दिशा में काम कर रहे हैं।
आपको बता दें कि यह मंदिर सई नदी के तट पर एक खूबसूरत सेटिंग में बना हुआ है। इस मंदिर का इतिहास करीब 200 साल पुराना है। आस-पड़ोस से लोग आते हैं और आध्यात्मिक वातावरण में सांत्वना पाते हैं। भूमि का क्षेत्रफल लगभग 2 एकड़ है। वह स्थान जहां समुदाय विशेष के लोगों ने अवैध रूप से कब्जा कर कब्रिस्तान बना लिया। ग्राम सभा गौसगंज के बुद्धिजीवियों ने ही इसके संचालन का नेतृत्व किया।
सरकार के सहयोग से अतिक्रमण हटाया गया. मंदिर की चहारदीवारी व अन्य कार्य ट्रस्ट पदाधिकारी अंजू सिंह, उनकी पत्नी रवीश कुमार सिंह, सेवानिवृत्त शिक्षक सचिव बाबूराम कनौजिया व कोषाध्यक्ष प्रवेश कुमार सहित ट्रस्ट के पदाधिकारियों व बुद्धिजीवियों के सहयोग से किया गया मंदिर के पुनरुद्धार में विधान परिषद सदस्य अशोक अग्रवाल का विशेष योगदान रहा।
मंदिर का जीर्णोद्धार किया गया, इंटरलॉकिंग, सामुदायिक शौचालय, मुख्य प्रवेश द्वार, पेयजल सुविधाएं आदि स्थापित की गईं। विधान परिषद के इंजीनियर अवनीश कुमार सिंह के सहयोग से मंदिर में सौर ऊर्जा और व्यक्तिगत विद्युतीकरण का प्रयास चल रहा है। क्षेत्रीय विधायक रामपाल वर्मा की ओर से आरसीसी सड़क निर्माण की मांग को लेकर शासन को पत्र लिखा गया था। डिजिटल लाइब्रेरी का शिलान्यास जिला पंचायत सदस्य डॉ. प्रत्यूष पटेल की पत्नी पूजा पटेल ने किया।
मंदिर परिसर में धार्मिक मंच, सभागार, वाटर कूलर समेत अन्य सुविधाओं को लेकर विधान परिषद सदस्य अशोक अग्रवाल ने सरकार के मंत्री, संस्कृति एवं पर्यटन विभाग को पत्र लिखकर पर्यटन विभाग के तहत सौंदर्यीकरण का अनुरोध किया है. इससे आम आदमी को राष्ट्रीय फलक पर आध्यात्मिक स्थल के रूप में पहचान मिल सकेगी।
साथ ही, छात्र आरामदायक माहौल में ई-लाइब्रेरी की सुविधाओं का उपयोग करके बेहतर सीखने का माहौल प्राप्त कर सकते हैं। यह प्राचीन संस्कृतियों के बारे में जानकारी के साथ एक शैक्षिक वातावरण प्रदान करता है। समुदाय के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रम और कार्यक्रम उपलब्ध होंगे। जनता जन प्रतिनिधियों के अथक प्रयास की सराहना करती है। मंदिर को स्थानीय एवं राज्य स्तर पर नई पहचान मिलेगी। इससे इस क्षेत्र के विकास को नई दिशा मिलेगी।