जालंधर3 घंटे पहले
सेठ हुकम चंद एसडी पब्लिक हाई स्कूल, संगर सोहर में जालंधर योग दिवस भव्य तरीके से मनाया गया। सभी विद्यार्थियों ने बहुत उत्साह से भाग लिया। प्रिंसिपल प्रियंका शर्मा ने कहा कि योग हमारे समय की सबसे बड़ी जरूरत है और आज के परिवेश में मानसिक संतुलन बनाए रखने, तनाव कम करने और कार्य क्षमता विकसित करने के लिए योग हमारे दैनिक जीवन का हिस्सा बन गया है उन्होंने योग को प्राचीन भारतीय संस्कृति का अनमोल उपहार बताया।
जालंधर न्यू प्रेम नगर के सेठ हुकम चंद एसडी पब्लिक हाई स्कूल में 10वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के उपलक्ष्य में एक दिवसीय योग शाला का आयोजन किया गया। स्कूल के खेल विभाग के प्रभारी विकास ने स्कूल के शिक्षकों को प्राणायाम और योग आसन कराए जबकि बच्चों ने ऑनलाइन योग किया।
इस अवसर पर प्राचार्या ममता बहल ने कहा कि योग हमारी संस्कृति का अभिन्न अंग है। उन्होंने सभी को योगाभ्यास से होने वाले अनेक शारीरिक, मानसिक एवं आध्यात्मिक लाभों से भी अवगत कराया। सभी उपस्थित लोग योग को अपने दैनिक जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बनाने के लिए दृढ़ संकल्पित थे। योग शाला में भाग लेते विद्यार्थी।
जालंधर. एलपीयू ने कैंपस में मनाया योग दिवस। इस कार्यक्रम में छात्रों, शिक्षकों और कर्मचारियों के साथ-साथ सैकड़ों एनएसएस स्वयंसेवकों और एनसीसी कैडेटों ने भाग लिया जो वर्तमान में एलपीयू परिसर में शिविर में भाग ले रहे हैं। इस वर्ष की थीम, “स्वयं और समाज के लिए योग” के अनुरूप, एलपीयू ने इस प्राचीन अभ्यास के सार को अपनाया है। इससे आपके आंतरिक स्व और बाहरी दुनिया के बीच गहरा संबंध बनता है।
प्रतिभागियों के स्वास्थ्य और कल्याण को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न योग अभ्यास और गतिविधियाँ आयोजित की गईं। आयकर अधिकारी, योग चिकित्सक और आर्ट ऑफ लिविंग हैप्पीनेस प्रोग्राम के शिक्षक विनय शर्मा एक संसाधन व्यक्ति के रूप में शामिल हुए।
प्राणायाम के बारे में जानकारी देते हुए विनय शर्मा ने कहा कि प्राणायाम योगाभ्यास का अभिन्न अंग है। एलपीयू के संस्थापक-चांसलर डॉ. अशोक कुमार मित्तल ने व्यक्तिगत विकास और आत्म-खोज के लिए योग के महत्व पर जोर दिया।