Social Manthan

Search

मैंने गेर चर्च का इतिहास लिखने का निर्णय लिया।


जीएल चर्च हिस्ट्री कमेटी की बैठक बुधवार को गोस्सनर मैदान स्थित एचआरडीसी में हुई। 1844 से वर्तमान तक चर्च के इतिहास को दर्ज करने का निर्णय लिया गया।

प्रभात खबर द्वारा प्रिंट |. जून 20, 2024 1:28 AM

दिन का खाना। जीएल चर्च हिस्ट्री कमेटी की बैठक बुधवार को गोस्सनर मैदान स्थित एचआरडीसी में हुई। 1844 से वर्तमान तक चर्च के इतिहास को दर्ज करने का निर्णय लिया गया। चर्च के महासचिव ईश्वर दत्त खंडराना ने कहा कि चर्च के इतिहास को पुस्तक के रूप में प्रकाशित किया जाएगा। यह पुस्तक केवल हिन्दी में लिखी गयी है। उन्होंने कहा कि जर्मन मिशनरियों ने 1844 में बर्लिन छोड़ दिया। मैं म्यांमार जाने की योजना बना रहा था, लेकिन कुछ परिस्थितियों के कारण, मैं भारत (कोलकाता) पहुँच गया। यह 2 नवंबर, 1845 को छोटानागपुर (रांची) पहुंचा और वहीं से जीआईएल चर्च का इतिहास शुरू हुआ। मिशनरियों ने यहां न केवल अपने धर्म का प्रचार किया, बल्कि शिक्षा के लिए स्कूल और अस्पताल भी खोले। जनजातियों को भूमि अधिकार देने के भी प्रयास किये गये।

महासचिव ने कहा कि चर्च का इस तरह से एक लंबा, संघर्षशील और गौरवपूर्ण इतिहास रहा है. आज तक यह इतिहास कहीं भी दर्ज नहीं है। कई बार लेखकों ने इन घटनाओं के बारे में छोटी-छोटी पुस्तिकाओं में लिखा है। इसमें बहुत कुछ अलिखित है. वह कनेक्शन अभी तक खोजा नहीं जा सका है. इन सभी घटनाओं को एक पुस्तक में दर्ज और प्रकाशित किया जाएगा। इसका उद्देश्य आने वाली पीढ़ियों को चर्च के इतिहास को जानने में सक्षम बनाना है।

इतिहास लेखन समिति की स्थापना

इतिहास लिखने के लिए एक आयोग की स्थापना की गई। इसके अध्यक्ष बिशप एस. हेमरोम हैं। समिति विभिन्न माध्यमों से चर्च के इतिहास को संग्रहित कर और अभिलेखों पर शोध कर पुस्तक का विकास करेगी। सभा में पादरी एमएम एक्का, लेखिका मैरी जेरार्ड, इदान टोपनो, प्रवीण बेज, अतुल केस और अन्य लोग उपस्थित थे।

अस्वीकरण: यह प्रभात खबर अखबार का एक स्वचालित समाचार फ़ीड है। इसे प्रभात खबर.कॉम टीम ने संपादित नहीं किया है.



Source link

संबंधित आलेख

Read the Next Article

तुल्यकालन ऑयस्टाफ रिलीज की तारीख: 20 अक्टूबर, 2025 (सोमवार) 13:55 [IST] अयोध्या दिवाली 2025 गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स: राम नगरी अयोध्या में भव्य दीपोत्सव का आयोजन किया गया और दीयों की चमक में राम नगरी स्वप्नलोक जैसी लग रही थी। हर गली, हर घाट, हर मंदिर सुनहरी रोशनी से नहाया हुआ है। दिवाली के इस पवित्र … Read more

Read the Next Article

अंतिम अद्यतन: 20 अक्टूबर, 2025, 13:40 (IST) देहरादून ताज़ा समाचार: देहरादून की महिलाएं इस दिवाली ‘स्पीक फॉर लोकल’ के नारे को साकार कर रही हैं। स्वयं सहायता समूहों की 1700 से अधिक महिलाएं पारंपरिक दीपक, सजावट के सामान और उपहार की टोकरियां बनाकर न केवल त्योहार को स्वदेशी रंग दे रही हैं, बल्कि आर्थिक रूप … Read more

Read the Next Article

बिहार विधानसभा चुनाव में झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) को राजद और कांग्रेस की ओर से सीट बंटवारे में धोखा मिलने की बात सामने आई है। बताया जा रहा है कि महागठबंधन के सहयोगी दलों ने सीट शेयरिंग पर झामुमो को पूरी तरह अंधेरे में रखा। इससे नाराज होकर झामुमो ने बिहार की छह विधानसभा सीटों … Read more

नवीनतम कहानियाँ​

Subscribe to our newsletter

We don’t spam!