सोलन, 24 जून (वार्ता) हिमाचल प्रदेश के उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि मेलों और त्योहारों के आयोजन से न केवल लोक मान्यताओं, परंपराओं और लोक संस्कृति को जीवित रखने में मदद मिलती है बल्कि उनका संरक्षण और संवर्धन भी होता है।
श्री अग्निहोत्री उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री यहां मां श्रिणी मेले की तीसरी और अंतिम सांस्कृतिक संध्या में मुख्य अतिथि थे। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. (कर्नल) धनीराम शांडिल ने व्यापार मेला आयोजन समिति और शहरवासियों की ओर से उनका अभिनंदन किया। मुख्य संसदीय सचिव राम कुमार चौधरी एवं कसौली विधायक विनोद सुल्तानपुरी विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।
इस अवसर पर श्री अग्निहोत्री ने कहा कि हिमाचल की समृद्ध लोक संस्कृति और पवित्र परंपराएं देश-विदेश में प्रसिद्ध हैं। यहां के अधिकांश मेले और त्यौहार देवी-देवताओं से संबंधित हैं और यह तीन दिवसीय मां शूरिणी मेला शहर और देश के लोगों की देवी मां के प्रति अपार श्रद्धा और विश्वास का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजन न केवल हमारी लोक मान्यताओं, परंपराओं और लोक संस्कृति को जीवित रखने में सहायक होते हैं, बल्कि उनके संरक्षण और संवर्धन में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
उन्होंने कहा कि सांस्कृतिक संध्याओं के माध्यम से हिमाचल की अनूठी लोक संस्कृति और लोक कलाकारों को बढ़ावा मिलेगा, वहीं प्रदेश के बाहर से आने वाले कलाकार हमारी सांस्कृतिक विविधता को एक नया आयाम देंगे और सांस्कृतिक आदान-प्रदान में मदद करेंगे।
उन्होंने कहा कि शोरिनी मेले के अवसर पर आयोजित ठोडा नृत्य ने तीरंदाजी की प्राचीन परंपरा को संरक्षित किया, जबकि कुश्ती और दंगल कार्यक्रमों ने प्राचीन खेल को आगे बढ़ाने में भूमिका निभाई। उन्होंने मेले के सफल आयोजन के लिए जिला प्रशासन एवं मेला समिति को बधाई दी तथा सहयोग के लिए शहरवासियों सहित सभी का आभार जताया।
इस अवसर पर जोगिन्द्रा सहकारी बैंक के अध्यक्ष मुकेश शर्मा, नगर निगम सोलन के पार्षद, प्रदेश विधानसभा महासचिव सुरेंद्र सेठी, ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष संजीव ठाकुर, नगर परिषद अध्यक्ष अंकुश सूद, नगर निगम अध्यक्ष एकता कपटा, उपमंडल अधिकारी (ना.) उपस्थित थे। उपस्थित। डॉ. पूनम बंसल व अन्य मौजूद रहे।
नहीं संजय
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