{“_id”:”66f99199cbf12db9500ad47b”,”स्लग”:”महिला हस्तशिल्प भारतीय संस्कृति का हिस्सा हैं-नार्नोल-न्यूज़-c-196-1-nnl1003-116614-2024-09-29″ “,”type”:”कहानी “,”स्थिति”:”प्रकाशित करें”,”शीर्षक_एचएन”:”महेंद्रगढ़ नारनौल समाचार: महिलाओं की हस्तशिल्प भारतीय संस्कृति का हिस्सा हैं”,”श्रेणी”:{“शीर्षक”: “शहर और राज्य”,”शीर्षक_एचएन”:”शहर और राज्य”,”स्लग”:”शहर और राज्य”}}
संवाद न्यूज एजेंसी, महेंद्रगढ़/नारनौल अपडेटेड रविवार, 29 सितंबर, 2024 11:12 PM IST
फोटो नंबर 01: पीजी कॉलेज की छात्राओं द्वारा बनाए गए कपड़े व झंडे देखते प्राचार्य। चटनी
ट्रेंडिंग वीडियो इस वीडियो/विज्ञापन को हटा दें। राजकीय महाविद्यालय में छात्राओं को पोशाक निर्माण एवं ध्वज निर्माण का प्रशिक्षण दिया गया। कार्यशाला में 70 से अधिक छात्राओं ने भाग लिया। लोकप्रिय वीडियो इस वीडियो/विज्ञापन को हटा दें
प्राचार्या डॉ. पूर्ण प्रभा ने कहा कि भारतीय संस्कृति में महिलाओं की हस्तशिल्प न केवल सांस्कृतिक विरासत का हिस्सा है बल्कि अर्थव्यवस्था में भी महत्वपूर्ण योगदान देती है। महिलाएं आगे बढ़ेंगी तो समाज और देश अपने आप आगे बढ़ेगा।
कार्यशाला का समापन डॉ. कीर्ति, डॉ. सोमरता, डॉ. संजीता, डॉ. गीता रानी और डॉ. वेनिका शर्मा के मार्गदर्शन में छात्रों द्वारा निर्मित कलाकृतियों की प्रदर्शनी के साथ हुआ। डॉ. कविता ने कहा कि कार्यक्रम न केवल कलात्मक प्रतिभा को निखारने का अवसर प्रदान करता है, बल्कि स्वतंत्रता और सामुदायिक भावना को भी प्रोत्साहित करता है।
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