प्रश्न – निम्नलिखित कथनों पर विचार करें।
(i) 1 मार्च, 2024 को, लार्सन एक टुब्रो (L&T) लिमिटेड ने गुजरात के हजीरा में अपने ग्रीन हाइड्रोजन प्लांट में अपना पहला स्वदेशी हाइड्रोजन इलेक्ट्रोलाइज़र चालू किया।
(ii) इस इलेक्ट्रोलाइज़र की रेटेड पावर क्षमता 1 मेगावाट है, लेकिन इसे 2 मेगावाट तक बढ़ाया जा सकता है। यह 200 Nm3/घंटा हाइड्रोजन का उत्पादन कर सकता है।
(iii) दो स्टैक और स्व-निर्मित इलेक्ट्रोलाइटिक प्रोसेसिंग यूनिट (ईपीयू) एमएल-400 के साथ दबावयुक्त क्षारीय इलेक्ट्रोलाइज़र।
निम्नलिखित कथनों में से कौन सही है?
(ए) (आई), (ii), (iii)
(बी) (i) और (ii)
(सी) (i) और (iii)
(डी) (ii) और (iii)
उत्तर – (ए)
संबंधित तथ्य-
1 मेगावाट (2 मेगावाट तक विस्तार योग्य) की रेटेड बिजली क्षमता के साथ, यह इलेक्ट्रोलाइज़र दो स्टैक और एक इलेक्ट्रोलाइटिक प्रोसेसिंग यूनिट (ईपीयू) एमएल – 400 होने के बावजूद 200 एनएम 3/घंटा उत्पन्न कर सकता है। उल्लेखनीय है कि एलएंडटी का नवगठित डिवीजन, एलएंडटी इलेक्ट्रोलाइजर्स लिमिटेड, फ्रांस की मैकफी एनर्जी की तकनीक का उपयोग करके दबावयुक्त क्षारीय इलेक्ट्रोलाइजर के निर्माण पर ध्यान केंद्रित कर रहा है।
लेखक- नवनीत सिंह
कृपया संबंधित लिंक भी देखें…
https://energy.आर्थिकtimes.indiatimes.com/news/renewable/lt-commissions-indias-first-indigenous-build-green-hidrogen-electrolyser-in-gujarat/108133691
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