बढ़ती कदमों से तोड़ती रूकावटें: भारतीय STEM में महिलाओं की उड़ान
विज्ञान और तकनीक में, विशेष रूप से भारत में, महिलाओं का स्थान तो वाकई खास है। हम आज उन महिलाओं की कहानियों को मनाते हैं, जो इस इस्तेमाली दुनिया में चुनौतियों का सामना कर रही हैं और अपने अनुसरण का मगर निरंतर किया हैं।
पहले तो, हम सबको ये सिखना होगा कि महिलाएँ तकनीकी विज्ञान में कैसे पहुंचती हैं। वो तो बस एक मैजिक वॉंड लेकर पढ़ाई कर लेती हैं, और हो जाती हैं अद्भुत तकनीकी जीनियस। उनकी यात्रा जैसी अद्वितीय होती है, क्योंकि जब तक वो तकनीकी क्षेत्र में पहुंचती हैं, तब तक वो एक ‘छोटी बच्ची’ नहीं रहती हैं, और अपने सपनों का पीछा करती हैं।
फिर आते हैं उनके सामने आने वाले चुनौतीयाँ, जैसे कि ‘बॉयज क्लब’ के सदस्यों के बीच विशेष आदर्शों का बरतना। हाँ, उन्होंने इसका विरोध किया है, लेकिन उनके आशीर्वाद के बिना उन्होंने अपने लक्ष्यों की ओर बढ़ना संभव नहीं होता।
और जब बात आती है उनके चुनौतियों के बारे में, तो हम कुछ ऐसे चुनौतीयाँ होती हैं, जिन्हें हाथ में ‘मैजिक वॉंड’ लेकर भी नहीं सुलझाया जा सकता। पर ये हमारी महिलाएँ हैं, जिन्होंने साबित किया है कि वे हर मुश्किल का सामना कर सकती हैं, और तकनीक में उनकी मिसालें हमें गर्वित करती हैं।
इसलिए, आइए इन महिलाओं की कहानियों का आदर करें, जो विज्ञान और तकनीक के क्षेत्र में ‘शीशा’ छदने में जुट गई हैं, और उन्होंने दिखाया है कि वे किसी भी सीमा को छू सकती हैं।