पवन सिंह की मां प्रतिमा देवी ने मंगलवार को काराकाट विधानसभा क्षेत्र से नामांकन दाखिल किया. पवन सिंह के नामांकन के पांच दिन बाद आज आखिरी दिन उनकी मां ने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में अपना नामांकन दाखिल किया. आपको बता दें कि नामांकन के आखिरी दिन मंगलवार को आठ नए उम्मीदवारों ने अपना नामांकन दाखिल किया.
पवन सिंह का नामांकन रद्द होने के डर से उनकी मां ने भी नामांकन के लिए आवेदन दिया है. अगर बेटे का नामांकन रद्द हुआ तो मां चुनाव में खड़ी होंगी. पवन सिंह ने 9 मई को नामांकन किया था. कल 15 मई को नामांकन पत्रों की जांच होगी और 16 मई नामांकन वापस लेने का आखिरी दिन होगा.
आपको बता दें कि पवन सिंह की मां बिना किसी शोर-शराबे के कलेक्टोरेट पहुंचीं. इसके बाद वह चुपचाप चली गई। उनके साथ सिर्फ समर्थक थे. वह बिना किसी नारे और फूल-मालाओं के सादगी से अपना नामांकन दाखिल कर लौट आईं। इस संबंध में पवन सिंह या उनकी टीम की ओर से अभी तक कोई बयान नहीं आया है.
पवन सिंह की मां के नामांकन से यह साफ हो गया है कि पवन सिंह तुरंत अपना नाम वापस नहीं लेंगे. अगर किसी कारणवश उनका नामांकन भी रद्द हो जाता है तो उनकी मां चुनाव लड़ेंगी.
गौरतलब है कि पवन सिंह की नामांकन सभा में उनकी मां प्रतिमा देवी और पत्नी भी शामिल हुईं. वहां मांओं ने पंख फैलाकर अपने बेटों के लिए वोट मांगे. आज वह खुद अपने बेटे के लिए लड़ने के लिए मैदान में हैं.
आपको बता दें कि पवन सिंह के आने से काराकाट चर्चा का केंद्र बन गया है. फिलहाल पूरे क्षेत्र में इंडियन यूनियन के एनडीए प्रत्याशी उपेन्द्र कुशवाहा और राजा राम सिंह के साथ निर्दलीय पवन सिंह की चर्चा हो रही है. माना जा रहा है कि मुख्य मुकाबला इन्हीं के बीच है. पवन सिंह को उनकी मां से भी समर्थन मिला और उन्होंने संदेश दिया कि उनका मैदान छोड़ने का कोई इरादा नहीं है.