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डोनाल्ड ट्रंप : एक रियल एस्टेट व्यवसायी का अमेरिका की राजनीति में शीर्ष तक पहुंचने का सफर



डोनाल्ड ट्रंप

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इमेज कैप्शन, पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप

27 सितंबर 2024

अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में लगातार तीन बार उम्मीदवार बनने से पहले डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका के सबसे चमक दमक वाले अरबपति थे.

साल 2015-16 में राष्ट्रपति चुनावों से पहले के दशकों में न्यूयॉर्क के ‘रियल एस्टेट मुग़ल’ डोनाल्ड ट्रंप के जीवन के बारे में टैबलॉयड्स और टेलीविजन में ख़ूब कहानिया छपा करती थीं.

उनके मशहूर नाम और चुनाव अभियान की शैली की वजह से उन्हें अनुभवी राजनेताओं को हराने में मदद मिली.

लेकिन विवादों की वजह से उन्हें एक ही कार्यकाल के बाद राष्ट्रपति चुनाव में हार का सामना करना पड़ा था.

रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार 78 साल के डोनाल्ड ट्रंप एक बार फिर मुश्किलों को चुनौती देते हुए एक ज़ोरदार राजनीतिक वापसी करने की कोशिश कर रहे हैं, जिसकी वजह से वो एक बार फिर राष्ट्रपति के पद पर पहुंच सकते हैं.

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परिवार के उत्तराधिकारी

डोनाल्ड ट्रंप

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इमेज कैप्शन, ट्रंप ने साल 1971 में अपने पारिवारिक बिज़नेस की बागडोर संभाली थी

डोनाल्ड ट्रंप न्यूयॉर्क के रियल एस्टेट टायकून फ्रेड ट्रंप की चौथी संतान हैं.

पारिवारिक संपत्ति के बावजूद ट्रंप अपने पिता की कंपनी में सबसे छोटी नौकरी करना चाहते थे. 13 साल की उम्र में वो जब स्कूल में दुर्व्यवहार करने लगे थे, तब उन्हें मिलिट्री स्कूल भेज दिया गया था.

पेंसिल्वेनिया यूनिवर्सिटी के वार्टन स्कूल से डिग्री लेने के बाद वो अपने पिता के उत्तराधिकारी बनने के दावेदार बन गए, क्योंकि उनके बड़े भाई फ्रेड ने पायलट बनने का फैसला कर लिया था.

ज़्यादा शराब पीने की वजह से 43 साल की उम्र में फ्रेड ट्रंप की मौत हो गई.

ट्रंप का कहना है कि उन्होंने इसी वजह से पूरी ज़िंदगी शराब और सिगरेट से परहेज़ किया.

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इमेज कैप्शन, ट्रंप ने अपने कंपनी का फ़ोकस ब्रुकलिन और क्वींस की बजाय चमक दमक वाले मैनहट्टन की ओर किया.

ट्रंप का कहना है कि उन्होंने कंपनी में शामिल होने से पहले अपने पिता से रियल एस्टेट बिज़नेस के लिए 10 लाख अमेरिकी डॉलर का एक ‘छोटा’ कर्ज़ लिया था.

उन्होंने अपने पिता के न्यूयॉर्क शहर में रिहाइशी परियोजनाओं के व्यापक पोर्टफ़ोलियो को संभालने में उनकी मदद की और कंपनी का नियंत्रण अपने हाथों में ले लिया.

ट्रंप ने साल 1971 में कंपनी का नाम बदल कर ‘ट्रंप ऑर्गनाइजेशन’ कर दिया.

डोनाल्ड ट्रंप अपने पिता को ‘अपनी प्रेरणा’ मानते हैं. साल 1999 में उनके पिता की मौत हो गई थी.

एक ब्रांड

डोनाल्ड ट्रंप

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इमेज कैप्शन, बिज़नेस साम्राज्य बढ़ने के साथ उनकी शख़्सियत और मीडिया में क़द भी बढ़ता गया.

ट्रंप के नेतृत्व में उनका फ़ेमिली बिज़नेस ब्रुकलिन और क्वींस में आवासीय फ़्लैटों से बढ़कर तड़क भड़क वाली मैनहट्टन परियोजनाओं तक पहुंच गया.

जाना माना ‘फ़िफ़्थ एवेन्यू’ ट्रंप का घर बन गया, जो कई सालों तक उनका घर रहा. यह ट्रंप की सबसे मशहूर संपत्ति भी रही. वहीं जर्जर हो चुका कमोडोर होटल को ग्रैंड हयात के रूप में फिर से स्थापित किया गया.

कैसिनो, साझेदारियां, गोल्फ़ कोर्स और होटल समेत डोनाल्ड ट्रंप की कई संपत्तियां हैं, जो अटलांटिक शहर, शिकागो और लास वैगास से भारत, तुर्की और फिलीपींस तक फैली हैं.

उनका स्टारडम मनोरंजन के क्षेत्र में भी बढ़ता रहा. पहले वो मिस यूनिवर्स, मिस यूएसए और मिस टीन यूएसए ब्यूटी प्रतियोगिताओं के कर्ताधर्ता रहे, फिर एनबीसी रियालटी शो के क्रिएटर-होस्ट बने.

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इमेज कैप्शन, ट्रंप ने रियलिटी शो ‘द अप्रेंटिस’ के 14 सीज़न को होस्ट किया, जिसमें उनके बच्चे भी शामिल थे.

14 सीज़न से भी ज़्यादा समय तक जब अप्रेंटिस प्रतिभागियों ने उनके बिज़नेस साम्राज्य में एक प्रबंधन अनुबंध के लिए प्रतिस्पर्धा की, तब उनके ट्रेडमार्क ‘यू आर फ़ायर्ड’ ने ‘द डोनाल्ड’ को एक मशहूर नाम बना दिया.

ट्रंप ने कई किताबें लिखी हैं, कई फिल्मों में अभिनय किया है और प्रो रेसलिंग जैसे कई टीवी कार्यक्रमों में दिखे हैं. इसके अलावा उन्होंने सोडा ड्रिंक से लेकर गले में बांधी जानी वाली टाई जैसी लगभग हर चीज़ बेची है.

हालांकि, हाल के सालों में उनकी कुल माली हैसियत में गिरावट हुई है. फ़ोर्ब्स के मुताबिक़ वर्तमान में उनकी संपत्ति 4 अरब डॉलर के क़रीब है.

ट्रंप को छह अलग-अलग मौकों पर व्यापारिक दिवालियापन का भी सामना करना पड़ा है. उनके कई व्यवसाय जैसे- ट्रंप स्टीक्स और ट्रंप यूनिवर्सिटी जैसे प्रोजेक्ट डूब गए हैं.

उन्होंने जांच से बचने के लिए टैक्स से जुड़ी अपनी जानकारी भी छुपाई, जिस पर साल 2020 में न्यूयॉर्क टाइम्स ने विस्तार से प्रकाशित किया था.

इस रिपोर्ट में कई साल की आयकर चोरी और दीर्घकालिक वित्तीय घाटे का खुलासा हुआ.

ट्रंप का परिवार

डोनाल्ड ट्रंप और उनकी पहली पत्नी

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इमेज कैप्शन, डोनाल्ड ट्रंप और उनकी पहली पत्नी इवाना ज़ेलनिकोवा

डोनाल्ड ट्रंप के निजी जीवन को व्यापक सुर्खियां मिली हैं.

उनकी पहली और सबसे ज़्यादा चर्चित पत्नी इवाना ज़ेलनिकोवा एक चेक एथलीट और मॉडल थीं. साल 1990 में तलाक से पहले इन दोनों के तीन बच्चे हुए- डोनाल्ड जूनियर, इवांका और एरिक.

दोनों की क़ानूनी लड़ाई गॉशिप कॉलम्स के पहले पन्ने पर छपीं और दिवंगत मिसेज ट्रंप की ओर से घरेलू हिंसा के आरोपों को ट्रंप पर बनी एक नई फ़िल्म में दिखाया गया था.

हालांकि इवाना ने घरेलू उत्पीड़न के आरोपों पर बहुत कम बात की.

इसके बाद ट्रंप ने अभिनेत्री मार्ला मेपल्स से साल1993 में शादी की. शादी के दो महीने बाद उन्होंने अपने इकलौते बच्चे टिफ़नी को जन्म दिया. साल 1999 में दोनों में तलाक हो गया.

डोनाल्ड ट्रंप, उनकी पत्नी मेलानिया ट्रंप और बेटा बैरन

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इमेज कैप्शन, ट्रंप की वर्तमान पत्नी मेलानिया ट्रंप से उनका एक 18 साल का बेटा है, जिनका नाम बैरन है.

ट्रंप की वर्तमान पत्नी पूर्व स्लोवेनियाई मॉडल मेलानिया नॉस हैं. दोनों ने साल 2005 में शादी की और उनका एक बेटा है, जिनका नाम बैरन विलियम ट्रंप है, वो हाल ही में 18 साल के हुए हैं.

ट्रंप पर यौन दुर्व्यवहार और अवैध संबंधों के भी आरोप लगे हैं.

इस साल की शुरुआत में दो अलग-अलग जूरी ने फैसला सुनाया कि ट्रंप ने यौन उत्पीड़न के आरोपों से इनकार कर लेखिका ई जीन कैरोल को बदनाम किया है.

उनसे लेखिका को 8.8 करोड़ अमेरिकी डॉलर का भुगतान करने को कहा गया. लेकिन ट्रंप ने इस फ़ैसले के ख़िलाफ़ आगे अपील की.

इसके अलावा ट्रंप को पोर्न स्टार स्टॉर्मी डेनियल्स के साथ ‘हश मनी’ को छुपाने के लिए बिज़नेस रिकॉर्ड में हेराफेरी करने के 34 मामलों में दोषी ठहराया गया है.

यह साल 2006 में विवाहेतर संबंध से जुड़ा मामला है.

राष्ट्रपति उम्मीदवार

साल 1980 में ट्रंप 34 साल के थे. उन्होंने उस वक़्त एक इंटरव्यू में राजनीति को “बहुत ही बदतर जीवन” बताया था और कहा था,”सबसे सक्षम लोग राजनीति की बजाय बिज़नेस को चुनें.”

हालांकि, साल 1987 के आते-आते उन्होंने राष्ट्रपति पद की दावेदारी पेश करनी शुरू कर दी. ट्रंप ने साल 2000 के राष्ट्रपति चुनाव में रिफ़ॉर्म पार्टी के उम्मीदवार बनने की संभावना को तलाशा था.

इसके बाद उन्होंने साल 2012 में भी रिपब्लिकन उम्मीदवार बनने की कोशिश की.

ट्रंप ‘बर्थरिज़्म’ यानी ‘जन्म लेने के सिद्धांत’ के सबसे मुखर समर्थकों में शामिल रहे हैं.

इसे एक षडयंत्रकारी सिद्धांत बताया जाता है जिसके मुताबिक़ बराक ओबामा के अमेरिका में पैदा होने पर संदेह जताया जाता है.

साल 2016 तक ट्रंप ने इस सिद्धांत को झूठ क़रार नहीं दिया था और ऐसा न कर पाने लिए कभी माफ़ी भी नहीं मांगी.

डोनाल्ड ट्रंप

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इमेज कैप्शन, ट्रंप टॉवर के गोल्डन एक्सलेटर पर ट्रंप.

ट्रंप ने साल 2016 तक यह स्वीकार नहीं किया कि यह ‘झूठ’ था और उन्होंने कभी इसके लिए माफ़ी भी नहीं मांगी.

साल 2015 के जून महीने के अंत तक ट्रंप के व्हाइट हाउस की दौड़ में शामिल होने के लिए आधिकारिक तौर पर घोषणा नहीं हुई थी. तब उन्होंने अमेरिकी सपनों को मृत बताया था और इसे ” बड़ा और बेहतर बनाने” का वादा किया था.

ट्रंप के भाषणों में उन्हें अपनी संपत्ति और व्यावसायिक सफलता का दिखावा करते देखा गया. साथ ही उन्होंने मेक्सिको पर आरोप लगाया कि उसने ड्रग्स, अपराध और बलात्कारियों को अमेरिका भेजा है. उन्होंने देश से सीमा पर दीवार बनाने का वादा किया.

उन्होंने बहस के मंच पर अपने प्रभावी प्रदर्शन और विवादों से भरी नीति के ज़रिए से प्रशंसकों और आलोचकों को अपनी ओर आकर्षित किया.

इसके साथ ही उन्होंने मीडिया को भी अपनी ओर आकर्षित किया.

डोनाल्ड ट्रंप

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इमेज कैप्शन, साल 2015-16 की रिपब्लिकन प्राइमरी में ट्रंप का दबदबा रहा.

‘मेक अमेरिका ग्रेट अगेन’ अभियान के नारे के ज़रिए उन्होंने डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन का सामना करने के लिए रिपब्लिकन पार्टी में प्रतिद्वंद्वियों को आसानी से हरा दिया.

इस अभियान को लेकर कई विवाद हुए, जिसमें यौन शोषण के बारे में लीक हुआ ऑडियो टेप भी शामिल था. इसकी वजह से वो आम चुनाव से पहले हुए जनमत सर्वेक्षणों में पिछड़ते दिखे.

लेकिन, ट्रंप ने अनुभवी हिलेरी क्लिंटन को हराकर राजनीतिक पंडितों और सर्वेक्षणकर्ताओं को चौंका दिया. उन्होंने 20 जनवरी 2017 को अमेरिका के 45वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली.

राष्ट्रपति के रूप में ट्रंप

डोनाल्ड ट्रंप

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इमेज कैप्शन, ट्रंप का राष्ट्रपति कार्यकाल अमेरिकी सहयोगियों के लिए एक अनिश्चितता का समय था.

अपने कार्यकाल के पहले घंटे से ही डोनाल्ड ट्रंप ने बड़े नाटकीय ढंग से काम किया. वो अक्सर ट्विटर (अब एक्स) पर घोषणाएं करते दिखे और खुले तौर पर विदेशी नेताओं से भिड़ते दिखे.

उन्होंने प्रमुख जलवायु और व्यापार समझौतों से अमेरिका को अलग कर लिया. इसके अलावा सात मुस्लिम बहुल देशों से होकर गुज़रने वाली यात्रा पर प्रतिबंध लगाया, अप्रवासन को लेकर सख्त प्रतिबंध लगाए.

ट्रंप ने चीन के साथ ट्रेड वॉर शुरू किया, रिकॉर्ड टैक्स कटौती लागू की और मध्य-पूर्व क्षेत्र के साथ संबंधों को नया रूप दिया.

साल 2016 के ट्रंप के अभियान और रूस की मिलीभगत के आरोपों को लेकर करीब दो सालों तक एक विशेष अभियोजनकर्ता ने जांच की. इस दौरान कंप्यूटर हैकिंग और वित्तीय अपराधों जैसे आरोप में 34 लोगों पर आपराधिक मामले दर्ज हुए.

लेकिन ट्रंप पर कोई मामला दर्ज नहीं हुआ. जांच में आपराधिक मिलीभगत की पुष्टि नहीं हो सकी.

इसके तुरंत बाद अमेरिका के इतिहास में महाभियोग का सामना करने वाले ट्रंप तीसरे राष्ट्रपति बने. उन पर आरोप लगाए गए थे कि उन्होंने डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार जो बाइडन के बारे में जानकारी जुटाने के लिए एक विदेशी सरकार पर दबाव डाला.

डेमोक्रेटिक पार्टी के नेतृत्व वाले हाउस ऑफ़ रिप्रेजेंटेटिव्स ने उन पर महाभियोग चलाया, लेकिन रिपब्लिकन के दबदबे वाली सीनेट में उन्हें बरी कर दिया गया.

साल 2020 में उनके चुनावी साल में कोविड-19 महामारी हावी रही.

इस संकट से निपटने के उनके तरीक़ों के लिए उन्हें कड़ी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा क्योंकि अमेरिका संक्रमण और मौतों के मामले में दुनिया भर में सबसे आगे था.

इसके अलावा उनकी विवादास्पद टिप्पणियों की वजह से भी उनकी कड़ी आलोचना हुई, जिसमें शरीर में कीटाणुनाशक डालकर वायरस का इलाज करने को लेकर शोध करने का सुझाव देना शामिल है.

अक्तूबर 2020 में कोविड-19 से संक्रमित पाए जाने के बाद उन्हें कुछ दिनों के लिए चुनाव प्रचार अभियान रोकना पड़ा था.

राष्ट्रपति चुनाव में ट्रंप को करीब 7.4 करोड़ वोट मिले थे, जो कि किसी भी अमेरिकी राष्ट्रपति से ज़्यादा थे. फिर भी वो बाइडन से 70 लाख से अधिक वोटों से चुनाव हार गए थे.

नवंबर 2020 से जनवरी 2021 तक उन्होंने व्यापक चुनावी धोखाधड़ी और वोटों की चोरी का आरोप लगाते हुए कानूनी लड़ाई लड़ी, जिसे 60 से अधिक अदालती मामलों में खारिज किया गया.

चुनाव परिणामों को नकारते हुए ट्रंप ने अपने समर्थकों के साथ छह जनवरी को वाशिंगटन में रैली की और उनसे एकजुट होने की अपील की. उसी दिन बाइडन की जीत को औपचारिक रूप से कांग्रेस द्वारा प्रमाणित किया जाना था.

ट्रंप की यह रैली दंगों में बदल गई, जिसकी वजह से सांसदों और उनके खुद के उप राष्ट्रपति ख़तरे में पड़ गए थे. यह ऐतिहासिक और दूसरे महाभियोग का कारण बना. हालांकि ट्रंप को फिर से सीनेट ने बरी कर दिया.

उस दिन ट्रंप की कथित हरकतों की वजह से उनपर दो आपराधिक मामले चल रहे हैं.

ट्रंप की वापसी

डोनाल्ड ट्रंप

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इमेज कैप्शन, इसी साल 13 जुलाई को पेंसिल्वेनिया के बटलर में एक चुनावी रैली दौरान ट्रंप पर हमला हुआ था

कैपिटल हिल पर हमले के बाद डोनाल्ड ट्रंप का राजनीतिक करियर खत्म सा हो गया था. उनके डोनर और समर्थकों का कहना था कि वो उनका अब कभी समर्थन नहीं करेंगे.

यहां तक कि उनके सबसे करीबी सहयोगियों ने भी सार्वजनिक रूप से उनका बहिष्कार किया.

बाइडन के उद्घाटन समारोह में वो शामिल नहीं हुए और अपने परिवार के साथ फ्लोरिडा चले गए. लेकिन अपने प्रशंसकों के एक भरोसेमंद दल के साथ उन्होंने रिपब्लिकन पार्टी की लगाम थामे रखी.

ट्रंप के राष्ट्रपति पद की सबसे बड़ी विरासत तब सामने आई जब सुप्रीम कोर्ट के तीन दक्षिणपंथी न्यायाधीशों ने 50 साल पुराने राष्ट्रीय गर्भपात अधिकारों को ख़त्म करने में उनकी मदद की.

इन न्यायाधीशों को ट्रंप ने नामित किया था, जिन्होंने रूढ़िवादी बहुमत को मजबूत किया और लगभग 50 साल पुराने राष्ट्रीय गर्भपात अधिकारों को ख़त्म करने में मदद की.

साल 2022 के बीच में हुए चुनावों में रिपब्लिकन पार्टी की कमज़ोर वापसी के लिए दोषी ठहराए जाने के बावजूद ट्रंप ने राष्ट्रपति पद के लिए एक और चुनाव लड़ने की घोषणा की और जल्द ही अपनी पार्टी के राष्ट्रपति उम्मीदवार बन गए.

पूर्व उपराष्ट्रपति सहित एक दर्जन से अधिक विरोधियों ने उन्हें चुनौती दी. लेकिन ट्रंप ने बहस से परहेज किया और बाइडन पर निशाना साधा.

ट्रंप ने आम चुनाव की शुरुआत चार आपराधिक मामलों में 91 आरोपों का सामना करते हुए की थी. लेकिन, कानूनी मामलों को टालने की उनकी रणनीति काफ़ी हद तक कारगर रही.

चुनाव से पहले तीन मामले में सुनवाई अभी नहीं होगी और न्यूयॉर्क में उनकी सज़ा नवंबर के अंत तक टाल दी गई है.

बीते 13 जुलाई को पेंसिल्वेनिया के बटलर में एक 20 साल के बंदूकधारी ने एक चुनावी रैली के दौरान ट्रंप की पर जानलेवा हमला किया था.

थॉमस मैथ्यू क्रुक्स ने पास की छत से एआर-स्टाइल राइफ़ल से आठ राउंड फ़ायर किए थे. इससे पहले कि हमला करने वाला मारा जाता, ट्रंप के दाहिने कान को छूती हुई गोली चली थी.

इसके कुछ दिनों बाद रिपब्लिकन नेशनल कन्वेंशन में पार्टी ने उनकी प्रशंसा की और आधिकारिक तौर पर उन्हें लगातार तीसरी बार रिपब्लिकन पार्टी का राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित किया.

उसके बाद राष्ट्रपति बाइडन के साथ उनका दोबारा मुकाबला होना तय हो गया था.

महामारी के बाद बाइडन का कार्यकाल आर्थिक और बुनियादी ढांचे मं मजबूती के साथ अधिक महंगाई, अवैध अप्रवासन में बढ़ोत्तरी और विदेश नीति में अराजकता से घिरा रहा है.

जब से बाइडन ने राष्ट्रपति पद के लिए अपनी उम्मीदवारी छोड़ी है और अपनी डिप्टी कमला हैरिस का समर्थन किया है, तब से ट्रंप ने कमला हैरिस को प्रशासन की विफलताओं के साथ जोड़ने की कोशिश की है.

राष्ट्रीय सर्वेक्षणों से यह संकेत मिल रहा है कि कमला हैरिस ने लिबरल वोटरों को प्रेरित किया है और लाखों डॉलर जुटाए हैं. जिससे नवंबर में होने वाला अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव दिलचस्प हो गया है.

ट्रंप ने अपने समर्थकों से कहा है कि “पांच नवंबर 2024 की तारीख़ अमेरिका के इतिहास की सबसे महत्वपूर्ण तारीख़ होगी.”

बीबीसी के लिए कलेक्टिव न्यूज़रूम की ओर से प्रकाशित



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