गुना51 मिनट पहले
ग्राम भारती मध्यभारत जिले में प्रशिक्षण शिविर में प्रवचन करते वक्ता
भास्कर संवाददाता |गुना
ग्राम भारती मध्य प्रांत प्राचार्य एवं वित्तीय प्रबंधन प्रशिक्षण वर्ग के सातवें दिन के समापन सत्र में मुख्य वक्ता शिरोमणि दुबे प्रांतीय सचिव विद्या प्रतिष्ठान भोपाल एवं अध्यक्षता सीपी रघुवंशी सामाजिक श्री गुना कार्यकर्ता ने की। इस अवसर पर अतिथि श्री गोविंद कारपेंटर, ग्राम भारती मध्यभारत के महासचिव श्री रघुराज चौहान, श्री संतोष सेडगेई, वर्ग दीक्षांत समारोह संचालक श्री गोपाल सोनी, जिला प्रमुख श्री गुना, रवि प्रकाश प्राचार्य शर्मा, सरस्वती शिशु मंदिर कांट गुना मुख्य रूप से उपस्थित थे।
कार्यक्रम की शुरुआत मंच पर उपस्थित अतिथियों द्वारा मां शारदे की तस्वीर के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर की गयी. तत्पश्चात अतिथियों का परिचय कक्षा समन्वयक श्री रघुराज चौहान द्वारा कराया गया। कार्यक्रम का संचालन प्रधानाचार्य दिनेश पालीवाल ने किया। सातवें दिन बोलते हुए मुख्य वक्ता शिरोमणि दुबे ने कहा कि अगर कोई भी देश अपनी सांस्कृतिक विरासत को भूलने लगेगा तो वह मिट जायेगी. ईरान, मिस्र और दुनिया के कई देश आज भी मौजूद हैं, लेकिन उनकी संस्कृतियाँ ख़त्म हो चुकी हैं। हमारे देश पर कई आपदाएं आईं, लेकिन हमने अपनी संस्कृति को बचाए रखा।
हमारी संस्कृति में, हम भूखों को खाना खिलाते हैं और खुद भी भूखे रहते हैं। इसका एक उदाहरण राजा रविदेव मकरध्वज की कहानी है। यह एक विरासत है और हमें मूल्यों को आगे बढ़ाने और उस विरासत को संरक्षित करने की जरूरत है। हमें शिक्षा को अपनी जीवन शैली का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बनाना चाहिए क्योंकि शिक्षा का अर्थ हमारे जीवन के लिए है। हमें राष्ट्रीय शिक्षा नीति 20 को कक्षाओं में ले जाना चाहिए और 2025 तक इसे लागू करना चाहिए।