“छत्तीसगढ़” संवाददाता
बागबाड़ा, 3 जुलाई। गंडा समुदाय का एक गौरवशाली इतिहास रहा है। स्वतंत्रता संग्राम से लेकर आज तक इस संस्था द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में किये गये कार्यों और उनके अप्रतिम योगदान को भुलाया नहीं जा सकता। उक्त वक्तव्य पूर्व संसदीय सचिव एवं वर्तमान विधायक द्वारिकाधीश यादव ने छत्तीसगढ़ गैंडा समाज के वार्षिक सम्मेलन एवं सम्मान समारोह में कही।
छत्तीसगढ़ गंडा समाज का वार्षिक सम्मेलन एवं सम्मान समारोह बागबाड़ा शहर के मध्य स्थित मंडी प्रांगण में आयोजित किया गया। वार्षिक सम्मेलन के मुख्य अतिथि कलारी विधायक द्वारिकाधीश यादव और सरायपल्ली विधायक चतुरी नंद थे। उद्घाटन समारोह में विशेष अतिथि के रूप में छत्तीसगढ़ सर्व गंडा समाज की मुख्य कार्यकारी किरण बघेल, प्रदेश महिला प्रकोष्ठ उपाध्यक्ष पुष्परता चौहान, नगर पालिका अध्यक्ष हीरा सेत राम बघेल, नगर परिषद सदस्य भूपेन्द्र सिंह ठाकुर उपस्थित थे। सभापति के लिए उद्घाटन समारोह आयोजित किया गया। वेद राम नंदे, सह-संयोजक, और अन्य अधिकारी। एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष मोहन कुलदीप, एसोसिएशन के सचिव सुरेश क्षेत्रपाल, सलाहकार भागवत जगत बंसीलाल तांडी सेवाराम क्षेत्रपाल, तोमन कागी, सुनीता नारायण विप्रे, पौलेश्वरी कमलेश मोगरे, पार्वती मलाई, रेखा राम बघेल मौजूद थे।
कार्यक्रम की शुरुआत समाज के आराध्य देव भगवान शिव की आराधना से हुई। इसके बाद अतिथि सत्कार कार्यक्रम हुआ जिसमें विधायक और उनकी पत्नी तथा कार्यक्रम में पहुंचे अन्य अतिथियों का पारंपरिक तरीके से भव्य स्वागत किया गया। बाद में अतिथियों के कर कमलों से एसोसिएशन द्वारा निर्मित सामाजिक भवन का भूमि पूजन किया गया।
विधायक श्री यादव एवं अन्य अतिथियों ने गैंडा समुदाय के गौरवशाली इतिहास एवं राष्ट्र की रक्षा के लिए इस समुदाय द्वारा किये गये बलिदान के बारे में संक्षेप में संबोधित किया.
इसके बाद उत्सव समारोह शुरू हुआ, जिसमें समाज के उत्कृष्ट छात्र-छात्राओं और अपने-अपने क्षेत्र में उत्कृष्ट उपलब्धियां हासिल करने वाले समाज के भाई-बहनों को अतिथियों के हाथों स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर छत्तीसगढ़ गंडा समाज के पदाधिकारी, सदस्य और महासमुंद जिले सहित छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों से बड़ी संख्या में माताएं-बहनें उपस्थित थीं।