हरिद्वार: खेल महाकुंभ के सफल आयोजन के लिए सभी तैयारियां समय पर पूर्ण करना सुनिश्चित करें। यह निर्देश मुख्य विकास अधिकारी आकांक्षा कोंडे ने विकास भवन सभागार में खेल महाकुंभ की तैयारियों की समीक्षा बैठक करते हुए अधिकारियों को दिए। सीडीओ ने खेल महाकुंभ को सभी आवश्यक तैयारियां समय से पूरी करने के निर्देश दिए। यह सुनिश्चित करने के लिए अतिरिक्त फ़ील्ड की पहचान करने की आवश्यकता है कि बारिश के कारण मैच बाधित न हों। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि खेल का क्षेत्र निष्पक्ष एवं पारदर्शी होना चाहिए, इसलिए तटस्थ रेफरी एवं जजों का चयन किया जाना चाहिए।
उन्होंने निर्देश दिये कि न्याय पंचायत, विकास खण्ड एवं जिला स्तर पर समितियों की तत्काल स्थापना की जाये तथा वित्त मंत्रालय के अधिकारियों को भी वहां तैनात किया जाये। उन्होंने संबंधित संगठनों के अधिकारियों को खेल मैदानों और स्टेडियमों की साफ-सफाई और कोहरे से मुक्ति दिलाने के निर्देश दिए। उन्होंने बिजली विभाग के इंजीनियरों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि इनडोर स्टेडियमों में होने वाले मैचों के दौरान बिजली कटौती न हो।
कमान संभालते हुए उन्होंने कहा कि खेल महाकुंभ का आयोजन युवाओं को ई-कल्चर से प्लेग्राउंड कल्चर (ई-कल्चर से पी-कल्चर) की ओर आकर्षित करने, प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को अवसर प्रदान करने और उनकी प्रतिभा को निखारने के लिए किया जाता है। चयनित प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को उनकी प्रतिभा निखारने के लिए उच्च स्तरीय प्रशिक्षण दिया जाता है।
बैठक के दौरान जिला युवा कल्याण अधिकारी प्रमोद चंद पांडे ने बताया कि खेल महाकुंभ न्याय पंचायत स्तर पर 4 अक्टूबर से 24 अक्टूबर तक और विकास खंड स्तर पर 25 अक्टूबर से 11 अक्टूबर तक आयोजित किया जाएगा जिला स्तर पर 15 नवंबर। 10 दिसंबर, और 15 दिसंबर से 31 जनवरी, 2025 तक राज्य स्तर पर लागू किया जाएगा। उन्होंने कहा कि न्याय पंचायत स्तर पर प्रथम स्थान पाने वाले को 300 रुपये, द्वितीय स्थान को 200 रुपये तथा तृतीय स्थान को 150 रुपये अथवा प्रशस्ति पत्र व मेडल दिया जायेगा। विकास खण्ड स्तर पर प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वालों को क्रमशः 500 रूपये, 400 रूपये एवं 300 रूपये का पुरस्कार दिया जायेगा, जबकि जिला स्तर पर उन्हें 800 रूपये, 60 रूपये एवं 400 रूपये के साथ-साथ प्रमाण पत्र एवं मेडल प्रदान किये जायेंगे। लेकिन राज्य स्तर पर 1500 रुपये, 1000 रुपये, 700 रुपये के नकद पुरस्कार, प्रतियोगिता प्रमाण पत्र और पदक प्रदान किये जाते हैं।
उन्होंने कहा कि आयु की गणना 31 जुलाई 2024 के आधार पर की जाएगी. किसी दिए गए आयु समूह के बारे में जानकारी प्रदान करता है, 14 वर्ष से कम में 11 से 14 वर्ष के बच्चे शामिल हैं, 17 वर्ष से कम में 15 से 17 वर्ष के बच्चे शामिल हैं, और 20 वर्ष से कम में 18 से 20 वर्ष के बच्चे शामिल हैं आयु 1-2. अंडर-23 21 से 23 वर्ष की आयु के बच्चों और 14 से 23 वर्ष की आयु के बीच विभिन्न श्रेणियों के विकलांग एथलीटों के लिए खुला है। बैठक में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. आरके सिंह, यूपीसीएल के अधिशाषी अभियंता दीपक सैनी, सहायक नगर आयुक्त अंकिता जोशी, जिला खेल समन्वयक गजेंद्र सिंह, खंड विकास अधिकारी जयेंद्र भारद्वाज एवं सहयोगी अधिकारी शामिल हुए।