मुंगेर. रिपोर्टर
आज, भारत में विवाहित हिंदू महिलाओं के लिए सबसे महत्वपूर्ण पूजाओं में से एक, वट सावित्री पूजा मनाई जाती है। महिलाएं जहां दो दिनों से घर में पूजा की तैयारी कर रही हैं, वहीं बुधवार को पूरा दिन विवाहिताओं ने बाजार में जमकर खरीदारी की। सुबह और दिन भर मुंगेर और विभिन्न स्थानीय बाजारों में महिलाओं की भीड़ लगी रही. वहीं, पिछले साल की तरह इस साल भी पूजा से जुड़ी और उसमें इस्तेमाल होने वाली वस्तुओं की कीमतों में काफी बढ़ोतरी हुई है. पूजा में इस्तेमाल होने वाली बिनी की कीमत 20 से 30 रुपये के बीच थी, जबकि डेहलिया की कीमत 30 से 40 रुपये प्रति पीस थी. वहीं विभिन्न फलों की कीमतों में भी काफी बढ़ोतरी हुई है. बंबैया, जलदार और मालदा आम गुणवत्ता के आधार पर 80 रुपये से 120 रुपये प्रति किलोग्राम पर बेचे जा रहे थे, जबकि लीची की कीमतें 100 रुपये से 120 रुपये प्रति किलोग्राम और केले की कीमतें 50 रुपये से 60 रुपये के बीच थीं। खीरे की कीमत हद से ज्यादा हो गई है. आम दिनों में 20-30 रुपये प्रति किलो बिकने वाला खीरा बुधवार को 80-200 रुपये प्रति किलो बिका. इसी तरह पूजा में इस्तेमाल होने वाली अन्य सामग्रियों की कीमतों में भी बुधवार को बढ़ोतरी हुई.
पूरे दिन अमावस्या तिथियां रहती हैं।
हिंदू धर्म में वट सावित्री व्रत का विवाहित महिलाओं के लिए विशेष महत्व है। विवाहित महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र और अच्छे स्वास्थ्य की कामना के लिए बिना पानी पिए व्रत रखती हैं और पूजा करती हैं। ऐसा माना जाता है कि इस दिन व्रत रखने से आपका विवाह सफल होगा। हिंदू कैलेंडर के अनुसार, विवाहित महिलाएं ज्येष्ठ माह के कृष्ण पक्ष की अमावस्या के दिन विधि-विधान से व्रत रखती हैं। इस वर्ष के पंचांग के अनुसार, ज्येष्ठ माह की अमावस्या तिथि 5 जून को शाम 7:54 बजे शुरू होगी और 6 जून को शाम 6:07 बजे समाप्त होगी। ऐसे में उदया तिथि के अनुसार गुरुवार को महिलाएं भातसावित्री की पूजा करेंगी। सुबह से लेकर पूरे दिन तीर्थ दर्शन का शुभ मौका है।
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