महासमुंद: छत्तीसगढ़ सरकार ने महिला सशक्तिकरण के लिए कई योजनाएं लागू की हैं और महिलाएं इसका फायदा उठाकर अपना खुद का व्यवसाय शुरू कर रही हैं। महासमुंद जिले के ग्राम पंचायत कांपा के जय दुर्गा महिला स्व-सहायता समूह ने आत्मनिर्भरता की अनूठी मिसाल कायम की है। समूह की अध्यक्ष अहिल्या साहू एवं सचिव कल्याणी दुबे ने कड़ी मेहनत एवं साहस से फ्लाई ऐश ईंट निर्माण का सफल व्यवसाय स्थापित किया।
समूह की सक्रिय सदस्य कल्याणी दुबे ने कहा कि समूह के दो सदस्यों को ईंट भट्टों में काम करने का अनुभव था, जिससे उन्हें इस प्रयास में मदद मिली। इसके अलावा, हमने काम को सुविधाजनक बनाने के लिए ऑपरेटरों को भी नियुक्त किया है।’ संचालन की शुरुआत में, समूह को विभिन्न स्रोतों से वित्तीय सहायता प्राप्त हुई, जिसमें बिहान योजना के तहत सीआईएफ से 60,000 रुपये, आरएफ से 15,000 रुपये और बैंक लिंकेज से 500,000 रुपये शामिल थे।
महिलाएं किसी भी क्षेत्र में सफल हो सकती हैं
इस वित्तीय सहायता का उचित लाभ उठाकर, कल्याणी और उसके समूह ने एक मजबूत व्यवसाय बनाया है। उन्होंने साबित कर दिया कि कड़ी मेहनत और साहस से कोई भी चुनौती असंभव नहीं है। फ्लाई ऐश ईंटें बनाने जैसे पारंपरिक व्यवसायों में प्रवेश करके महिलाओं ने दिखाया कि वे किसी भी क्षेत्र में सफल हो सकती हैं।
आर्थिक सशक्तिकरण का प्रतीक
जय माँ दुर्गा महिला स्वयं सहायता समूह की इस पहल से अन्य समूहों को प्रेरणा मिली है और यह जिले की महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण का प्रतीक बन गई है। समूह की महिलाएं संयुक्त रूप से धन जुटाकर और व्यावसायिक गतिविधियों में भाग लेकर स्थानीय आर्थिक विकास के लिए मिलकर काम करती हैं। इसके अलावा, हमारा लक्ष्य एक-दूसरे के साथ ज्ञान और अनुभव साझा करके आगे विकास करना है।
ये महिलाएं समाज में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं क्योंकि वे अपने परिवारों का समर्थन करने और अपने जीवन स्तर में सुधार करने के लिए संघर्ष करती हैं। कल्याणी दुबे ने कहा, ”बिहान योजना से मिले सहयोग की बदौलत हम सभी बहनें आज आत्मनिर्भर हो गई हैं।”
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पहली बार प्रकाशित: 24 सितंबर, 2024, 15:35 IST