मैंडी, 15 सितंबर। उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने आज मंडी जिले के सराजी विधानसभा क्षेत्र के जंजैहल्ली (चोरसाच) में सिविक सेंस सोसायटी के तत्वावधान में तीन दिवसीय सराजी टैलेंट एंड टूरिज्म फेस्टिवल के समापन समारोह की अध्यक्षता की।
इस अवसर पर उपायुक्त ने कहा कि एसोसिएशन ने इस महोत्सव के माध्यम से बहुत अच्छा प्रयास किया है, जिसमें स्थानीय कलाकारों को प्राथमिकता दी गयी है. उन्होंने कहा कि यहां के स्थानीय लोग पारंपरिक वेशभूषा और स्थानीय बोलियों के माध्यम से अपनी संस्कृति को संरक्षित करने के इच्छुक हैं। उन्होंने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार लोक संस्कृति एवं लोक मान्यताओं के संरक्षण की दिशा में लगातार कार्य कर रही है। राज्य के पहले मुख्यमंत्री डॉ. वाईएस ने कहा कि उन्होंने पहाड़ों को पहचान दिलाने और हिमाचल के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। परमार के प्रयासों को प्रदेश की जनता कभी नहीं भूल सकती। उन्होंने पहाड़ी संस्कृति के संरक्षण और संवर्धन में पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के प्रयासों को भी याद किया।
मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि पहाड़ी क्षेत्रों की संस्कृतियाँ आपस में गहराई से जुड़ी हुई हैं और विशेष रूप से कुल्लू और मंडी जिलों की संस्कृतियों में कई समानताएँ हैं। उन्होंने कहा कि दातू और टोपी हमारी पहचान है. आज हिमाचली वेशभूषा राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्ध है। हमारी पहल सांस्कृतिक आदान-प्रदान कार्यक्रमों के तहत हिमाचल के लोक संस्कृति समूहों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भेजना है। उन्होंने कहा कि भाषा और संस्कृति मंत्रालय ने राज्य के प्रमुख मेलों में स्थानीय कलाकारों के लिए सांस्कृतिक रातें समर्पित करने और यह सुनिश्चित करने जैसी पहल की है कि इन कार्यक्रमों पर खर्च होने वाला 50 प्रतिशत पैसा स्थानीय कलाकारों को मिले।
उन्होंने कहा कि जंजेरी घाटी अपनी प्राकृतिक सुंदरता और सुरम्य घाटी के लिए प्रसिद्ध है। यहां का प्रसिद्ध शिकारी देवी मंदिर, देव विष्णु मतरोड़ा मंदिर और मगुरु महादेवी मंदिर अपने प्राचीन वैभव और अद्वितीय वास्तुकला के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने कहा कि इन दिव्य स्थानों से क्षेत्र में धार्मिक पर्यटन की संभावनाएं बढ़ेंगी। इसके अलावा शैताधार, कमरूनाग, चिउनी घाटी और शिकारी देवी जैसे सुरम्य स्थान ट्रेकर्स के लिए आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि उनका मानना है कि वर्तमान राज्य सरकार आम लोगों के कल्याण के लिए काम करेगी. उन्होंने छत्री में जल शक्ति जिला विश्राम गृह और जंजेरी और तुनाग में बस स्टॉप का निर्माण कार्य जल्द पूरा करने का वादा किया। इस मौके पर उन्होंने चौरटाच में कामरू देवता मंदिर के जीर्णोद्धार के लिए 10 लाख रुपये और इस तीन दिवसीय उत्सव के सफल समापन के लिए प्रबंधन समिति को 10 लाख रुपये देने की घोषणा की.
दुग्ध महासंघ के पूर्व अध्यक्ष एवं प्रदेश सभा समिति के महासचिव चेतराम ठाकुर ने उपप्रधानमंत्री का स्वागत करते हुए कहा कि इस महोत्सव के आयोजन का उद्देश्य स्थानीय लोक संस्कृति को बढ़ावा देना है. ऐसे आयोजन सराज संसदीय क्षेत्र के अन्य हिस्सों में भी होंगे. इससे लोक संस्कृति के संरक्षण और युवाओं को पर्यटन गतिविधियों से जोड़ने के प्रयास को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने उपमुख्यमंत्री को स्थानीय मांगों से भी अवगत कराया.
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष महेश्वर चौहान; प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव और हिमाचल पथ परिवहन निगम के निदेशक धर्मेंद्र धामी; प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव और सराज विधानसभा क्षेत्र के प्रभारी रमेश चौहान; अंतरिम अध्यक्ष जिला कांग्रेस कमेटी हरेंद्र; सेन, ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष टेक सिंह चौहान, जिला युवा कांग्रेस अध्यक्ष तरूण ठाकुर और कांग्रेस के विभिन्न प्रमुख संगठन पदाधिकारी, स्थानीय ग्राम पंचायत प्रमुख भीमा देवी, जल शक्ति निदेशालय के अभियंता धर्मेंद्र गिल, मध्य क्षेत्र के अभियंता उपेन्द्र श्री वैद्य, अतिरिक्त अधीक्षक सागर चंद्र , एसडीएम तुनाग अमित कार्तिक, जल – कार्यकारी अभियंता शक्ति स्टेशन संदीप और विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।