डिजिटल डेस्क, बैंकॉक। हाल ही में 50 सदस्यीय भारतीय प्रतिनिधिमंडल हिंदी भाषा और भारतीय संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए थाईलैंड और कंबोडिया का दौरा कर रहा है। हम आपको बताना चाहेंगे कि यह यात्रा 2 अप्रैल 2014 से 8 अप्रैल 2014 तक चलेगी। इसी क्रम में राजदूत नागेश सिंह ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ नेता श्री इंद्रेश कुमार, विश्व हिंदी परिषद के महासचिव डॉ. विपिन कुमार और एक प्रतिनिधिमंडल से सोई 23, सुखुमवित, बैंकॉक में भारतीय दूतावास में मुलाकात की और उन्हें आमंत्रित किया चाय।
उल्लेखनीय है कि इस 50 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व वरिष्ठ संघ प्रचारक श्री इंद्रेश कर रहे हैं और पूरे प्रतिनिधिमंडल का समन्वयन पंच मैडम सचिव शैलेश वत्स कर रहे हैं।
बैठक में सभी वरिष्ठ अधिकारियों के बीच हिंदी भाषा और भारतीय संस्कृति के वैश्विक प्रसार को लेकर गहन चर्चा हुई। इसमें डॉ. विपिन कुमार ने पिछले दशक में भारतीयता को दुनिया भर में फैलाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किए गए अथक प्रयासों का भी जिक्र किया.
इससे पहले डॉ. विपिन कुमार ने मॉरीशस और फिजी में आयोजित विश्व हिंदी सम्मेलन और वियतनाम में भी भारत सरकार का प्रतिनिधित्व किया था, जहां उन्हें जनवरी 2024 में वियतनाम बुक ऑफ रिकॉर्ड्स से सम्मानित किया गया था। डॉ. विपिन कुमार के समर्पण ने हिंदी भाषा और भारतीय संस्कृति के साथ-साथ विश्व की हिंदी भाषा और सांस्कृतिक समृद्धि में बहुत बड़ा योगदान दिया है।
डॉ. कुमार ने हिंदी भाषा और साहित्य पर कई किताबें लिखी हैं, जिनमें ‘हिंदी और समाज’, ‘सब का साथ, सबका विकास’ शामिल हैं। यह अवसर हिंदी की लोकप्रियता को बढ़ावा देने और इसे दुनिया की एक प्रमुख भाषा के रूप में स्थापित करने में मदद करेगा।