न्यूज़रैप हिंदुस्तान टीम, लंच
लंच, वरिष्ठ संवाददाता। अखिल भारतीय साहित्य परिषद, रांची ब्रिगेड की ओर से रविवार को लालपुर स्थित एक होटल में हिंदू नववर्ष अभिनंदन समारोह आयोजित किया गया। इस अवसर पर कवियों द्वारा पारंपरिक चैती और फगवा लोक गीत प्रस्तुत किये गये। बैठक की अध्यक्षता आयोजन सचिव श्री विजय कुमार ने की. उन्होंने कहा कि सभी सनातनियों का प्रयास होना चाहिए कि हम अपनी हिंदू सांस्कृतिक विरासत को नए ढंग से परिभाषित करें, नई पीढ़ियों को हमारी महान उदार संस्कृति से परिचित कराएं और उसका जश्न मनाएं। हमारा यह प्रयास स्वतः ही सुप्त हिंदू आध्यात्मिक चेतना को सक्रिय कर देता है।
बीएयू के निदेशक पंकज वत्सल ने कहा कि वैश्वीकरण के इस दौर में हम हिंदू अस्मिता को लेकर कठिन चुनौतियों का सामना कर रहे हैं. स्थिति चाहे जो भी हो, हमें भारतीय सभ्यता और संस्कृति को सभी प्रकार के उपद्रवों और दुष्प्रचार से बचाना होगा। डीएवी गांधी नगर के प्राचार्य सुनील कुमार सिन्हा ने कहा कि हमें अपनी सांस्कृतिक विरासत और आस्था के प्रति गंभीर और ईमानदार होना होगा।
चंद्रिका ठाकुर देशदीप, रेनू झा रेणुका, कामेश्वर सिंह कामिश, प्रशांत कर्ण, वैद्यनाथ मिश्र, सदानंद सिंह यादव, पंपा सेन, रजनी चंदा, रचनाकार पंकज पुष्कर, जीतेंद्र तिवारी, मधुमिता साहा, अर्पणा सिंह, ऋतुराज वर्षा, गिरिजाशंकर पेड़ीवाल, नीता कविताएँ शेखर, सुनीता श्रीवास्तव, डॉ. नंदिनी कुमारी शिवजा, सुनीता अग्रवाल, नीता शेखर, खुशबू बरनवाल, रेनुवाला धर, पूनम वर्मा, सिम्मी वर्मा, कविंद्र वर्मा, विनोद, अजीत प्रसाद मैंने इसे ऊंचे स्वर से पढ़ा और मंच सजाया। मनीषा सहाय सुमन ने प्रतिभागियों का स्वागत किया तथा मंच संचालन सुनीता अग्रवाल एवं सरस्वती वंदना अल्पना सिंह ने किया। आभार प्रतिमा त्रिपाठी ने व्यक्त किया।
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