गोंडा में भारतीय जनता पार्टी के दो नेताओं के बीच हुए विवाद के बाद अब हिंसा का मामला तूल पकड़ गया है. बीजेपी नेता उदय कुमार पांडे ने इसे राजनीतिक साजिश बताया और अनुचित संलिप्तता का आरोप लगाया. वहीं, बीजेपी विधायक उदय कुमार के साले राजेश कुमार पांडे
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पूरी तरह से इसका क्या मतलब है? रविवार की देर रात भाजपा विधायक के बहनोई राजेश कुमार पांडे ने नगर कोतवाली में उदय कुमार पांडे और उनके साथियों के खिलाफ मारपीट का मुकदमा दर्ज कराया। अपनी शिकायत में राजेश ने पहले तो नाली निर्माण को लेकर हुए विवाद का जिक्र किया, लेकिन बाद में मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि विवाद की असली वजह सीएम योगी आदित्यनाथ के साथ दुर्व्यवहार है.
राजेश ने कहा कि जब मैंने इसका विरोध किया तो उदय और उसके साथियों ने मुझे पीटा और मेरी जान लेने की कोशिश की. राजेश ने दावा किया कि उदय ने अपनी फॉर्च्यूनर कार से उन्हें टक्कर मारने की भी कोशिश की, जिससे उनका बेटा घायल हो गया.
उदय कुमार पांडे का पक्ष
इस बीच भारतीय जनता पार्टी के नेता उदय कुमार पांडे ने इन आरोपों से साफ इनकार किया है. उन्होंने कहा कि किसी भी वीडियो में मुझे लड़ते हुए नहीं दिखाया गया। यह एक राजनीतिक साजिश है क्योंकि मैं मेहनौन संसद से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहा हूं।’
घटना के समय मैं थॉमसन यूनिवर्सिटी चौराहे पर अपने एक दोस्त के साथ चाय पी रहा था, तभी राजेश पांडे आये और मेरे साथ झगड़ा करने लगे. उन्होंने मुझे चुनाव लड़ने से रोकने की धमकी दी और मेरे साथ दुर्व्यवहार किया. हमारे बीच हाथापाई जरूर हुई, लेकिन कोई हिंसक घटना नहीं हुई.’
उदय ने कहा कि उन्होंने पुलिस में भी शिकायत दर्ज कराई थी लेकिन शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं की गई. उन्होंने पुलिस पर पक्षपात का आरोप लगाया और निष्पक्ष जांच की मांग की.
घटना के बाद शहर के पुलिस विभाग पर निष्पक्ष कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगा है. उदय कुमार पांडे ने पुलिस पर उनकी शिकायतों को नजरअंदाज करने और केवल एक पक्ष की बात सुनने का भी आरोप लगाया. फिलहाल पुलिस दोनों पक्षों की शिकायत के आधार पर जांच कर रही है। पुलिस सभी पहलुओं को ध्यान में रखकर घटना की जांच कर रही है।