पेरिसिरोही ऑनलाइन
रिपोर्ट किमाराम मेवाड़ा तखतगढ़
लोकतंत्र की सफलता, सही सरकार और लोगों की पसंद और विकास के लिए उचित योजना संभव होनी चाहिए।
लोकसभा चुनाव के लिए रंगारंग सप्ताह शुरू हो गया है।
लोकसभा चुनाव को लेकर रंगारंग सप्ताह की शुरुआत 26 अप्रैल को अभिलाषा एड सोसायटी, राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय एवं पंचोटा पीईईओ सर्कल द्वारा संचालित ‘अभिलाषा संबरन योजना’ के माध्यम से शत-प्रतिशत मतदान के प्रति मतदाताओं को जागरूक करने के साथ होगी कार्यान्वित किया गया। राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय पांचोटा, राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय तलवाड़ा, राजकीय प्राथमिक विद्यालय प्रतापगढ़ एवं राजकीय नया प्रतापगढ़ प्राथमिक विद्यालय के तत्वावधान में सभी विद्यालयों ने संयुक्त रूप से सड़कों पर रैली निकाली और मतदान में भाग लेने की शपथ ली। अंबेडकर जयंती एवं मतदाता जागरूकता अभियान कार्यक्रम के अंतर्गत अभिलाषा एड सोसायटी द्वारा बाल प्रतियोगिता मेले का आयोजन किया गया, जिसके अंतर्गत बाल प्रतियोगिता मेले में मेहंदी ड्राइंग, रंगोली, सामान्य ज्ञान, पेंटिंग, निबंध, नृत्य, गुब्बारा फोड़ना, कबडडी, म्यूजिकल चेयर शामिल थे। नींबू फीता, और कविता का प्रदर्शन किया गया। पीईईओ के श्री सोहन लाल ने वाचन एवं चर्चा सत्र में कहा: “चुनाव लोकतांत्रिक लोगों को सक्षम और ईमानदार लोगों और पार्टियों को शासन की बागडोर सौंपने का अवसर देते हैं।” राजनीतिक दल और नेता अपनी गलतियों के लिए सबक सीख सकते हैं और आपको विश्वास दिला सकते हैं। लोकतंत्र के सफल होने के लिए, सही सरकार, सही लोगों और सही योजनाओं को चुनना और विकसित करना संभव होना चाहिए। यह नीति पर विचार करके और पिछले कुछ वर्षों की सफलताओं और असफलताओं का खाका खींचकर एक नई भूमिका निभाने का अवसर है।
इस अवसर पर बोलते हुए, संस्थान के निदेशक डॉ. अविनाश राठौड़ ने कहा कि चुनावों के प्रति जागरूक होना प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य है क्योंकि चुनाव लोकतंत्र के लिए एक शर्त और सफलता की कसौटी हैं। चुनाव के दौरान, लोग अक्सर वोट नहीं देते क्योंकि वे सोचते हैं, ”अगर मैंने एक भी वोट नहीं डाला तो क्या होगा?” लेकिन हकीकत में ऐसा नहीं है. विजेता और हारने वाले अक्सर एक वोट पर ही सिमट कर रह जाते हैं। क्योंकि हम एक भी वोट नहीं डालते, अच्छे उम्मीदवार हार सकते हैं और अवांछित उम्मीदवार जीत सकते हैं। अगर हमारी तरह कई अन्य लोग भी यह सोच कर बैठ जाएं कि वे वोट नहीं देंगे, तो क्या चुनाव महज एक मजाक बनकर नहीं रह जायेगा? इसलिए मतदान का प्रयोग तो करना चाहिए, लेकिन सावधानी से।
संस्थान के जिला निदेशक श्री शेषमल रंगी, श्री दिनेश कुमार गर्ग, प्राचार्य श्री सोहन लाल, व्याख्याता मंजू चोबदार, श्री नरपत सिंह, श्री शबगीरथ सिंह, श्री सौरभ, श्री श्री मुकेश मेघवंशी, वरिष्ठ अध्यापक कुलदीप सिंह, श्री मदन सिंह, श्री जीतेन्द्र मीना, श्री हरि सिंह, पीटीआई पुष्पेन्द्र मीना कनिष्ठ सहायक, दिनेश जांगिड़, मांगी लाल, गोविंद प्रसाद, कमल – सिंह, सुमन, रमेश कुमार, सरदार सिंह, नीटू शर्मा, संगीता कुमारी , सरोज, सीमा, मुन्नी देवी, ममता कुमारी एवं उनके अभिभावक। प्रमुख नागरिक एवं बुद्धिजीवी शामिल हुए।