गुवाहाटी, 20 अक्टूबर (भाषा) असम के उद्योग और वाणिज्य मंत्री बिमल बोरा ने कहा कि राज्य सरकार चाय बागानों में सुधार और चाय उद्योग की सामाजिक जिम्मेदारी को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है।
नई चाय नीति बनाने के लिए विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ बुधवार को यहां हुई बैठक में बोरा ने नीति के मसौदे पर प्रस्तुति दी। इनमें पुराने संयंत्रों और मशीनरी का प्रतिस्थापन, चाय की दुकानें खोलने के लिए वित्तीय सहायता, सम्मिश्रण और पैकेजिंग में नए उद्योग, राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेलों में भागीदारी, गुणवत्ता प्रमाणन, जैविक चाय कारखानों का प्रमाणन और असम से विदेशों में चाय का निर्यात शामिल है इसमें चाय की सीधी शिपिंग जैसी चीजें शामिल हैं। निर्यात के लिए समर्थन शामिल है।
टी एसोसिएशन ऑफ इंडिया के महासचिव पीके भट्टाचार्जी ने कहा कि प्रति व्यक्ति चाय की खपत बढ़ाना उद्योग की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने सरकार से चाय नीति पर राष्ट्रीय फ्लैगशिप योजना के तहत विभिन्न योजनाओं को एकीकृत करने का भी आह्वान किया।
देश के चाय उत्पादन का 50% से अधिक उत्पादन असम में होता है।
गुवाहाटी टी बायर्स एसोसिएशन के सचिव दिनेश बिहानी ने कहा कि वर्तमान में, चाय मिश्रण और पैकेजिंग क्षेत्र असम औद्योगिक नीति में शामिल नहीं है, इसलिए चाय असम से खरीदी जाती है और अन्य राज्यों में पैक की जाती है।
बिहानी ने कहा कि सरकार को गुणवत्तापूर्ण चाय उत्पादकों को प्रोत्साहित करने के लिए नीतियां बनानी चाहिए और उन्हें गुवाहाटी चाय नीलामी केंद्र के माध्यम से अपनी उपज बेचने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए। इससे गुवाहाटी को दुनिया का सबसे बड़ा नीलामी केंद्र बनने में भी मदद मिलेगी।