जमशेदपुर (धर्मेंद्र कुमार) : शहर के अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाज बिरजू शाह का रविवार को निधन हो गया. वह 50 वर्ष के थे. वह अपने पीछे पत्नी, बेटा और बेटी छोड़ गए हैं। शाह रक्तचाप, शुगर और लीवर संबंधी बीमारियों से पीड़ित थे। परिजनों के अनुसार, बिरजू साह शाम को खाना खाने के बाद सोये हुए थे. सुबह जब उसके परिवार वालों ने उसे उठाया तो भी वह नहीं उठा। परिजन उसे टीएमएच ले गये. वहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। उनका अंतिम संस्कार भुइयांदी स्थित स्वर्णरेखा बर्निंग घाट पर किया गया. झारखंड बॉक्सिंग एसोसिएशन के अध्यक्ष उत्तम सिंह, सचिव आनंद बिहारी, डॉ. दिनेश उपाध्याय, कोषाध्यक्ष आरके वर्मा, श्री विपुल, कोच श्री ए. लकड़ा, श्री अजीत सिंह, श्री अरुणा मिश्रा, श्री तरूणा मिश्रा, हरि सिंह सांडिल बिरजू साह के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया.
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बिरजू ने जमशेदपुर को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलायी
कभी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश का नाम रोशन करने वाले चैंपियन मुक्केबाज बिरजू शाह पिछले कुछ सालों से आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं। एशियाई खेलों में कांस्य पदक और राष्ट्रमंडल खेलों में रजत पदक जीतने वाले मुक्केबाज बिरजू शाह को जीविकोपार्जन के लिए 2 जून को निजी सुरक्षा गार्ड के रूप में काम करने के लिए मजबूर होना पड़ा। आर्थिक तंगी के कारण बच्चों ने स्कूल छोड़ दिया। किसी तरह वह अपने परिवार के लिए दो वक्त के भोजन का इंतजाम कर पाता था। बिरजू का नाम एक समय दुनिया के शीर्ष सात मुक्केबाजों में शामिल था। बिरजू शाह ने 1994-95 में भारत के लिए रजत और कांस्य पदक जीते। बिरजू शाह ने देश में आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं में कई पदक जीते। बिरजू के पिता और पत्नी दोनों पक्षाघात से पीड़ित हैं।